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महंगाई पर केंद्र सरकार के बचाव में उतरीं सोनिया गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ फैलते जनाक्रोश और विपक्षी दलों के चौतरफा हमलों से केंद्र की कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का बचाव करते...

महंगाई पर केंद्र सरकार के बचाव में उतरीं सोनिया गांधी
एजेंसीSun, 20 Jan 2013 08:13 PM
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ फैलते जनाक्रोश और विपक्षी दलों के चौतरफा हमलों से केंद्र की कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का बचाव करते हुए रविवार को कहा कि वैश्विक आर्थिक सुस्ती के कारण केंद्र सरकार 'कड़े कदम' उठाने के लिए मजबूर है।

कांग्रेस के 'चिंतन शिविर' के आखिरी दिन सोनिया ने दिल्ली में 16 दिसम्बर को चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म के बाद 29 दिसम्बर को सिंगापुर के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाली 23 साल की युवती को देश की आकांक्षाओं का प्रतीक करार दिया और कहा कि उसकी मौत व्यर्थ नहीं जाएगी। सोनिया ने विपक्षी दलों पर भी हमले किए। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम लिए बगैर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी 'विघटनकारी ताकतों एवं विचारधाराओं' से लड़ती रहेगी।

कांग्रेस का चिंतन शिविर यहां 18 जनवरी को शुरू हुआ था। रविवार को आखिरी दिन इसे सम्बोधित करते हुए सोनिया ने पार्टी की ओर से कई बातें रखीं। महंगाई, भ्रष्टाचार और महिलाओं की सुरक्षा पर सवालों के घेरे में खड़ी संप्रग सरकार का उन्होंने बचाव किया तो विपक्षी दलों पर हमले भी। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने दो टूक यह भी कहा कि भारत पड़ाेसी देशों से शांतिपूर्ण सम्बंध चाहता है, लेकिन यह बातचीत की प्रक्रिया में तभी शामिल होगा जब यह सभ्य व्यवहार के स्वीकृत सिद्धांतों पर आधारित हो।

शिविर को सम्बोधित करते हुए सोनिया ने कहा, ''जब पूरी दुनिया वित्तीय संकट से जूझ रही थी तो भारत इससे बहुत प्रभावित नहीं था। लेकिन आज वैश्विक आर्थिक स्थिति से भारत भी प्रभावित है, जिसके कारण हमारी सरकार कुछ कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर है। मैं जानती हूं कि आर्थिक सुस्ती के कारण आम लोगों के लिए कुछ समस्याएं पेश आई हैं, लेकिन मेरी सरकार को चाहिए कि वह आम लोगों को बताए कि उसने महंगाई से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं।''

दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म के बाद फैले आक्रोश को सही ठहराते हुए सोनिया ने कहा, ''राष्ट्रीय राजधानी में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और बर्बर व्यवहार ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। लोग इसका जवाब मांग रहे हैं और उनकी मांग जायज है। वह बहादुर युवती कई मायने में देश की आकांक्षाओं का प्रतीक थी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उसकी मौत व्यर्थ न जाए।''

उन्होंने कहा कि देश में हर महिला तथा बच्चाी को सुरक्षित महसूस करने और सभी प्रकार से बराबरी पाने का हक है। सोनिया ने हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ हुई तमाम तरह की बयानबाजियों की भी निंदा की और कहा कि यह उनकी शर्मनाक मानसिकता को दर्शाता है। इस तरह की मानसिकता बर्दाश्त नहीं की जा सकती।

विपक्ष पर हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''हम ऐसी ताकतों तथा विचारधाराओं से लड़ते रहेंगे, जिनसे देश की एकता व अखण्डता को खतरा है और जो हमारे समाज तथा लोगों को बांटती हैं। कांग्रेस एकता व अखण्डता की प्रतीक है। हम देश की अखण्डता को लेकर प्रतिबद्ध हैं।''

उन्होंने यह भी कहा, ''भारत पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सम्बंध बनाने में यकीन रखता है, लेकिन बातचीत सभ्य व्यवहार के स्वीकृत सिद्धांतों पर ही आधारित होता है। हम आतंकवाद तथा सीमा पार के खतरों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' उनके इस बयान को जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक आठ जनवरी को पाकिस्तानी हमले में दो भारतीय जवानों के शहीद होने से जोड़कर देखा जा रहा है।

पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने भीतर झांकने की सलाह देते हुए सोनिया ने कहा, ''वर्ष 2014 के आम चुनाव में केवल 15 महीने बचे हैं। मुझे भरोसा है कि यदि हम सही दिशा में काम करते हैं और एकजुट रहते हैं तो हमें एक बार फिर जनादेश मिलेगा।'' उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन तथा एकजुटता बनाए रखने की आवश्यकता है। साथ ही संप्रग सरकार के अच्छे कार्यो को प्रचारित करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव सुधारों पर पुनर्विचार करने के लिए एक समूह गठित करने की बात भी कही।

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