पुलिस को पहले से थी मुंबई हिंसा की जानकारी: राज
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मंगलवार को आजाद मैदान से लोगों को संबोधित करते हुआ कि 11 अगस्त को मुंबई में हुई हिंसा की जानकारी पुलिस को पहले से थी। राज ने कहा कि महाराष्ट्र...
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मंगलवार को आजाद मैदान से लोगों को संबोधित करते हुआ कि 11 अगस्त को मुंबई में हुई हिंसा की जानकारी पुलिस को पहले से थी।
राज ने कहा कि महाराष्ट्र विदेशियों को अड्डा बन गया है और पुलिस का मनोबल लगातार गिरता जा रहा है। राज ठाकरे की पार्टी ने 11 अगस्त को मुंबई में हुई हिंसा के खिलाफ पुलिस की इजाजत के बगैर मंगलवार को मोर्चा निकाला।
राज की पार्टी एमएनएस को पुलिस ने सिर्फ सभा करने की इजाजत दी थी, लेकिन उन्होंने मोर्चा निकाला जिससे मुंबई की सड़कों पर जबर्दस्त जाम दिखा।
एमएनएस (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) ने गिरगांव चौपाटी से आजाद मैदान तक रैली निकाली। बताया जा रहा है कि इसमें 20 से 25 हजार लोगों ने राज ठाकरे के साथ मुंबई की सड़कों पर मार्च किया।
इस बीच, मुंबई के कई इलाकों में जाम लग गया है और केबल बंद कर दिया गया है। पुलिस-प्रशासन ने इस आयोजन को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए 15 हजार जवानों को तैनात किया है।
पुलिस ने राज को सिर्फ आजाद मैदान में सभा करने की इजाजत दी थी, इसके बावजूद उन्होंने गिरगांव से आजाद मैदान तक 5 किलोमीटर की रैली के जरिए शक्तिप्रदर्शन किया।
कई राजनीतिक विश्लेषक इसे मराठी मानुष की राजनीति से हिंदुत्व की राजनीति के तरफ राज ठाकरे का कदम करार दे रहे हैं। विश्लेषक यह भी कह रहे हैं कि इसी मुद्दे पर एक दिन पहले हुई शिवसेना की रैली से ज्यादा भीड़ जुटा कर राज ने साबित कर दिया है कि मुंबई के असली किंग अब वही हैं।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ ऐंड ऑर्डर) रजनीश सेठ ने कहा कि पुलिस ने एमएनएस के मोर्चे से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है। आजाद मैदान के आसपास भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
एनसीपी और कांग्रेस ने राज ठाकरे के मोर्चे की निंदा की है। एनसीपी ने कहा है कि यह रैली अवसरवादी राजनीति का हिस्सा है।