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सचिन ने फिर किया निराश, 38 रन पर आउट

सचिन तेंदुलकर के महाशतक की उम्मीदों के साथ ईडन गार्डन्स पहुंचे दर्शकों को सोमवार को राहुल द्रविड़ के बल्ले से एक और चमत्कृत पारी देखने को मिली जिससे भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली...

सचिन ने फिर किया निराश, 38 रन पर आउट
एजेंसीMon, 14 Nov 2011 05:51 PM
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सचिन तेंदुलकर के महाशतक की उम्मीदों के साथ ईडन गार्डन्स पहुंचे दर्शकों को सोमवार को राहुल द्रविड़ के बल्ले से एक और चमत्कृत पारी देखने को मिली जिससे भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में मजबूत स्कोर की तरफ कदम बढ़ाए।

तेंदुलकर तो महज 38 रन बनाकर पवेलियन लौट गए लेकिन द्रविड़ ने एक छोर संभाले रखा और 119 रन बनाए। श्रीमान भरोसेमंद के पिछले आठ मैच में पांचवें शतक तथा वीवीएस लक्ष्मण (नाबाद 73) और गौतम गंभीर (65) के अर्धशतकों की मदद से भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 346 रन बनाए।

दिल्ली में पहला टेस्ट मैच जीतकर तीन मैच की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहे भारत ने दिन के अंतिम क्षणों में चार गेंद के अंदर दो विकेट गंवाए। इनमें द्रविड़ का विकेट भी शामिल है जो क्रेग ब्रेथवेट के कैरियर का पहला शिकार भी बने। इससे वापसी की उम्मीद करने वाले वेस्टइंडीज के लिए इसके अलावा तेंदुलकर का विकेट भी सकारात्मक पहलू रहा जिनका शतकों का शतक पूरा करने का इंतजार बढ़ गया।

गंभीर के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे तेंदुलकर ने शुरू से प्रवाहमय बल्लेबाजी की लेकिन जब वह पूरी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे तभी वेस्टइंडीज के लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू ने वह गेंद कर दी जिससे पूरा स्टेडियम खामोश हो गया। बिशू की वह शार्ट पिच गेंद थी जिसे तेंदुलकर ने पुल करके मिडविकेट पर खड़े मार्लोन सैमुअल्स को आसान कैच थमाया। उन्होंने अपनी पारी में 71 गेंद खेली तथा पांच चौके लगाए।

द्रविड़ ने हालांकि दर्शकों को निराश नहीं किया तथा ईडन गार्डन्स के एक अन्य नायक लक्ष्मण के साथ मिलकर वेस्टइंडीज को तेंदुलकर के कीमती विकेट से मिले जोश का फायदा नहीं उठाने दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 140 रन की साझेदारी की। द्रविड़ ने अपनी पारी में 207 गेंद खेली तथा नौ चौके और दो छक्के लगाए।

वेस्टइंडीज का अनुभवहीन आक्रमण द्रविड़ पर प्रभाव नहीं छोड़ पाया। उन्होंने केमार रोच की नोबाल को स्क्वायर लेग पर चार रन के लिए भेजकर अपने कैरियर का 36वां, इस साल का पांचवां और ईडन गार्डन्स पर चौथा शतक पूरा किया। उनकी इस पारी की खासियत यह रही कि उन्होंने इस बीच बिशू और सैमुअल्स की गेंदों पर छक्के भी जड़े।

जब लग रहा था कि द्रविड़ और लक्ष्मण अपनी साझेदारी को लंबी खींचने में सफल रहेंगे तब कैरेबियाई टीम को द्रविड़ का अमूल्य विकेट मिल गया। डेरेन सैमी ने नई गेंद नहीं ली और अपने कामचलाऊ गेंदबाज ब्राथवेट को गेंद सौंप दी। लक्ष्मण ने उनका स्वागत चौके से किया लेकिन अगले ओवर की उनकी अंतिम गेंद अच्छा टर्न लेकर द्रविड़ के आफ स्टंप की गिल्लियां उड़ा गई।

भारत ने इसके बाद इशांत शर्मा को नाइटवाचमैन के रूप में भेजा लेकिन वेस्टइंडीज ने तुरंत ही नई गेंद ले ली। रोच के ओवर की तीसरी गेंद ही बाउंसर थी जिस पर इशांत ने विकेट के पीछे कैच दे दिया। इसके बाद दिन का खेल समाप्त कर दिया गया।

इस मैदान पर 1000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज लक्ष्मण हालांकि अब भी क्रीज पर जमे हुए हैं और भारत से उन्हें एक और शतकीय पारी की उम्मीद होगी। इसके अलावा युवराज सिंह और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे।

टेस्ट मैचों में अक्सर टॉस गंवाने वाले धौनी सुबह सिक्के की उछाल में भाग्यशाली रहे और उन्होंने पहले बल्लेबाजी का फैसला भी किया। गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने सुबह पहले विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी की। पारी के शुरू में ही सहवाग के हेलमेट पर गेंद लगी लेकिन इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने 33 गेंद पर आठ चौकों की मदद से 38 रन की तूफानी पारी खेली।

ईडन के 67000 क्षमता वाले स्टेडियम में सुबह लगभग 1000 दर्शकों के सामने सहवाग ने अपना नैसर्गिक खेल दिखाया। रवि रामपाल के अस्वस्थ होने के कारण सैमी ने नई गेंद थामी लेकिन सहवाग ने उन्हें विशेष रूप से निशाने पर रखा लेकिन आखिर में वह इसी गेंदबाज की सामान्य गेंद पर अपना विकेट दे गए। गंभीर ने प्रवाहमय बल्लेबाजी करके टेस्ट क्रिकेट में 17वां अर्धशतक पूरा किया लेकिन उन्होंने फिदेल एडवडर्स की गेंद पर ढीला शॉट खेलकर शार्ट कवर पर खड़े एड्रियन बराथ को आसान कैच थमाया। उन्होंने 103 गेंद का सामना करके 65 रन बनाए जिसमें आठ चौके शामिल हैं।

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