सपा नेता रेवती रमन क्राइम ब्रांच के सामने पेश
समाजवादी पार्टी के सांसद रेवती रमन सिंह सोमवार, 2008 के नोट के बदले वोट मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से लचर जांच पर फटकार लगाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस...
समाजवादी पार्टी के सांसद रेवती रमन सिंह सोमवार, 2008 के नोट के बदले वोट मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से लचर जांच पर फटकार लगाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस इस मामले में पिछले 10 दिनों में तीन लोगों से पूछताछ कर चुकी है। रेवती रमन पूछताछ का सामना करने वाले चौथे व्यक्ति हैं।
इलाहाबाद के सांसद रेवती रमन (68), सोमवार सुबह लगभग 11 बज कर 40 मिनट पर चाणक्यपुरी स्थित अपराध शाखा के कार्यालय पहुंचे। तीन दिन पहले इस मामले में सपा के पूर्व नेता अमर सिंह से पूछताछ हुई थी। इसके पहले पूछताछ के बाद दो लोगों संजीव सक्सेना (अमर सिंह के पूर्व सहयोगी) और सुहैल हिंदुस्तानी (अमर सिंह और भाजपा सांसदों के बीच कथित बिचौलिए) को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि हिंदुस्तानी ने 21 और 22 जुलाई, 2008 की रात रेवती रमन को फोन किया था, जिसमें भाजपा सांसदों को खरीदने संबंधी समझौते की बात कही गई थी। रेवती रमन से इसी फोन के बारे में पूछताछ की जानी है।
पुलिस रेवती रमन और अन्य आरोपियों को पहले ही एक तरह से क्लीन चिट दे चुकी है। पुलिस का कहना है कि हिंदुस्तानी ही वह शख्स है, जिसने सांसदों के वोट संबंधी समझौते के लिए दूसरों से संपर्क करने की कोशिश की।
जांचकर्ताओं का मानना है कि हिंदुस्तानी ही पूरे घोटाले का सूत्रधार है और उसने समाजवादी पार्टी के नेताओं को अपने जाल में फंसाने की कोशिश की और इसी उददेश्य से उसने रेवती रमन को फोन किया। पुलिस का दावा है कि हिंदुस्तानी ने कांग्रेस और सपा के जितने भी नेताओं के नाम लिए, उनमें से किसी ने भी उससे संपर्क करने का प्रयास नहीं किया था।
जांचकर्ता अब कथित तौर पर रिश्वत पाने वाले भाजपा सांसद अशोक अर्गल और भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी से इस सप्ताह पूछताछ करने की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस को शुक्रवार को इस मामले में न्यायालय में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करनी है।