गरीबी घटाने में भारत का बड़ा योगदान : संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत ने वैश्विक गरीबी में बड़ी कमी में योगदान किया है। संयुक्त राष्ट्र ने सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों [एमडीजी] पर सालाना रपट में इसके साथ ही यह भी कहा है कि समाज के सबसे...
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत ने वैश्विक गरीबी में बड़ी कमी में योगदान किया है। संयुक्त राष्ट्र ने सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों [एमडीजी] पर सालाना रपट में इसके साथ ही यह भी कहा है कि समाज के सबसे पीड़ित तबके पीछे छूट रहे हैं।
इस रपट को कल जारी किया गया। इसके अनुसार अनेक देशों तथा क्षेत्रों में गरीबी में कमी आती रहेगी।
इसमें कहा गया है कि गरीबी में सबसे तेज और बड़ी कमी पूर्व एशिया विशेषकर चीन में आई है जहां 2015 तक गरीब आबादी का हिस्सा पांच प्रतिशत से नीचे जाने का अनुमान है। रपट में कहा गया है कि भारत ने भी वैश्विक गरीबी में बड़ी कमी में योगदान किया है। वहां गरीबी का अनुपात 1990 में 51 प्रतिशत थी जिसके 2015 तक घटकर लगभग 22 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है।
इस रपट में इस बात की समीक्षा की गई है कि दुनिया ने 2015 तक आठ सामाजिक तथा आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में क्या प्रगति की है। एमडीजी में बेहद गरीबी तथा भुखमरी को मिटाना, स्त्री-पुरुष में समानता को बढा़वा देना, शिशु मत्यु दर में कमी तथा एचआईवी एड्स के खिलाफ लड़ाई शामिल है।