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मुम्बई हमले के दोषियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत: पाक गृहमंत्री

पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि पाकिस्तानी जांचकर्ताओं ने 2008 में हुए मुम्बई हमले के षडयंत्रकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए हैं और उन्हें भरोसा है कि अदालतें उन्हें जरूर दोषी...

मुम्बई हमले के दोषियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत: पाक गृहमंत्री
एजेंसीSat, 23 Apr 2011 01:59 PM
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पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि पाकिस्तानी जांचकर्ताओं ने 2008 में हुए मुम्बई हमले के षडयंत्रकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए हैं और उन्हें भरोसा है कि अदालतें उन्हें जरूर दोषी ठहरायेंगी।

मलिक ने एक भारतीय खबरिया चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि उन्हें दोषी ठहराया जाएगा। लेकिन यदि मैं कुछ अधिक कहता हूं तो इसका अर्थ यह होगा कि मैं अपने अधिकारक्षेत्र का अतिक्रमण कर रहा हूं, क्योंकि फैसला न्यायालय को करना है।’’

मुम्बई हमले के मामले की पाकिस्तान में चल रही सुनवाई की धीमी गति से भारत नाखुश रहा है। हाल की अधिकांश सुनवाइयां न्यायाधीश ने तत्काल स्थगित कर दीं।

मलिक ने कहा, ‘‘मुझे इसलिए भरोसा है कि जुटाए जा चुके सभी सबूत न्यायालय में पेश किए जा चुके हैं और उन्हें दोषी ठहराया जाएगा।’’ मलिक ने हालांकि यह बात स्वीकार की कि सुनवाई की रफ्तार उतनी तेज नहीं है, जितनी भारत चाहता है।

मालिक ने कहा, ‘‘त्वरित गति के लिए आप जानते हैं कि साक्ष्य अधिनियम में कुछ समस्याएं हैं, और साक्ष्य अधिनियम के अनुसार हमें कुछ सूचनाओं पर भारतीय अधिकारियों के सत्यापन की जरूरत है।’’

मलिक ने भारत द्वारा पाकिस्तान के न्यायिक आयोग को भारत दौरा करने और सबूत जुटाने की अनुमति दिए जाने की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं वाकई में भारतीय अधिकारियों का आभारी हूं कि उन्होंने हमारे आयोग को अनुमति दी है और आयोग का भारत दौरा पूरा हो जाने के बाद मामले की रफ्तार तेज हो जाएगी।’’

मलिक ने पिछले महीने गृह सचिवों की बैठक की सफलता के लिए भारतीय गृह मंत्री पी.चिदम्बरम को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि यह एक अच्छी सफलता है और इसका श्रेय चिदम्बरम को जाता है, जिन्होंने इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाई है, और दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को भी। लेकिन मूल रूप से महत्वपूर्ण यह है कि आप जो कहते हैं उसे कितना व्यवहार रूप में उतार पाते हैं, जो कि एक बड़ी चुनौती है। और मैं समझता हूं कि समूह में और अब गृह सचिवों द्वारा लिए गए निर्णय अच्छे निर्णय हैं।’’

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