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रिलायंस ने अमेरिका में खरीदा तीसरा शेल-गैस क्षेत्र

मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने अमेरिका में शेल (भूगर्भीय नर्म चट्टानों) के बीच पाई जाने वाली गैस के उत्खनन की एक और परियोजना की 60 फीसद हिस्सेदारी 39.2 करोड़ डॉलर में...

रिलायंस ने अमेरिका में खरीदा तीसरा शेल-गैस क्षेत्र
एजेंसीThu, 05 Aug 2010 03:22 PM
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मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने अमेरिका में शेल (भूगर्भीय नर्म चट्टानों) के बीच पाई जाने वाली गैस के उत्खनन की एक और परियोजना की 60 फीसद हिस्सेदारी 39.2 करोड़ डॉलर में खरीदी है। कंपनी इससे पहले भी वहां इस तरह की दो परियोजनाओं का अधिग्रहण कर चुकी है।

आरआईएल की गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसने कैरिजो ऑयल एंड गैस कंपनी से उसके उत्तरी पेन्सिलवेनिया के मार्सेलस-शेल गैस क्षेत्र की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी का सौदा किया है। इसमें 34 करोड़ डॉलर नकद दिए जाएंगे। इसके अलावा भारतीय कंपनी कैरिजो को वहां शेल-गैस की खुदाई (ड्रिलिंग) के लिए 5. 2 करोड़ डॉलर का भुगतान करेगी।

आरआईएल ने इससे पहले मार्सेलस शेल-गैस क्षेत्र की एक अन्य परियोजना में एटलस एनर्जी से 40 फीसदी हिस्सेदारी अधिग्रहीत करने की घोषणा की थी। अप्रैल में घोषित यह सौदा 1.7 अरब डॉलर का था। उसके एक महीने बाद जून में आरआईएल ने पायनियर नेचुरल रिसोर्सेज कंपनी के ईगल फोर्ड शेल प्राकृतिक गैस क्षेत्र में 1. 36 अरब डॉलर की लागत से 45 प्रतिशत हिस्सा खरीदने का सौदा किया। ईगल फोर्ट परियोजना टेक्सास प्रांत में है।

तीसरी परियोजना 62,600 एकड़ क्षेत्र में है। जबकि एटलस और पायनियर की परियोजनाएं क्रमश: 1,37,000 एकड़ और 1,18,000 क्षेत्र में फैली हैं। कैरिजो क्षेत्र से 3,400 घन फुट गैस निकलने की संभावना है, जबकि पायनियर की परियोजना 10,000 घन फुट गैस मिलने का अनुमान है।

आरआईएल ने कहा है कि उसकी सहायक कंपनी रिलायंस मार्सेलस-2 कंपनी ने अमेरिकी कंपनी कैरिजो के साथ मार्सेलस शेल संयुक्त उपक्रम के लिए कारार किया है। इसके तहत कैरिजो की पेन्सिलवेनिया परियोजना में आरआईएल 60 प्रतिशत की भागीदार होगी। इस परियोजना में अभी कैरिजो और एसीपी-2 मार्सेलस एलएलसी की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एसीपी-2 मार्सेलस एविस्टा कैपिटल पार्टनर्स की कंपनी है।

समझौते के तहत भारतीय कंपनी परियोजना में एविस्टा की पूरी हिस्सेदारी और कैरिजो की 20 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इसके बाद संयुक्त उपक्रम में रिलायंस और कैरिजो 60 और 40 के भागीदार होंगे। इस सौदे की औपचारिकताएं सितंबर तक पूरी होने की उम्मीद है।

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