चिदंबरम पाकिस्तान से आतंकवाद पर आज करेंगे बातचीत
केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम आज पाकिस्तान से लश्कर ए तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ जांच पर ज़ोर देने और मुंबई पर हमला करने आए आतंकवादियों के आकाओं की आवाज़ के नमूनों की मांग करने पर...
केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम आज पाकिस्तान से लश्कर ए तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ जांच पर ज़ोर देने और मुंबई पर हमला करने आए आतंकवादियों के आकाओं की आवाज़ के नमूनों की मांग करने पर बातचीत करेंगें।
दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों के शनिवार को होने वाले सम्मेलन के लिए ही मुख्य तौर पर पाकिस्तान जा रहे चिदंबरम की पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी।
संभावना है कि अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ होने वाली चिदंबरम की बातचीत पाकिस्तान से उठते आतंकवाद पर केंद्रित रहेगी। इसमें भारत यह बता सकता है कि वह पाकिस्तान से किस तरह के कदम उठाने की अपेक्षा रखता है।
चिदंबरम मुंबई हमलों के मामले में जांच तथा पाकिस्तान में चल रहे मुकदमे की मौजूदा स्थिति के बारे में भी जानना चाहेंगे।
भारतीय पक्ष यह जानना चाहेगा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान पाकिस्तान को दिए गए 10 दस्तावेजों (डॉसिए) पर क्या कदम उठाए गए। इन दस्तावेजों में मुंबई हमलों के मामले में सईद तथा अन्य के खिलाफ विस्तृत सबूत सौंपे गए हैं।
चिदंबरम की यात्रा से पहले भारत ने पाकिस्तान को गत 18 मई को एक और दस्तावेज सौंपा, जिसमें मुंबई हमलों में सईद की भूमिका के बारे में अधिक जानकारी मुहैया कराई गई है। यह जानकारी लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी और पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली से राष्ट्रीय जांच एजेंसी की इसी महीने हुई पूछताछ पर आधारित है।
पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने गत 25 मई को सईद को रिहा करने के आदेश दिए क्योंकि उसे हिरासत में रखने के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं हैं। इससे भारत को निराशा हाथ लगी। उसने दोहराया कि भारत ने मुंबई हमलों और अन्य मामलों में सईद की संलिप्तता के बारे में पर्याप्त सबूत दे दिए हैं।
अपनी यात्रा के दौरान चिदंबरम की पाकिस्तान के समक्ष इस बात पर जोर देने की संभावना है कि वह भारतीय दस्तावेजों के जरिए मिले सुरागों के आधार पर सईद के खिलाफ जांच आगे बढ़ाए।
यह भी संभावना है कि चिदंबरम 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हमला करने आए 10 आतंकवादियों के पाकिस्तान स्थित आकाओं की आवाज के नमूने मांगेंगे। इनमें लश्कर ए तैयबा के सात आतंकवादी शामिल हैं जिन पर पाकिस्तान में मुकदमा चल रहा है।
भारत इन आकाओं की आवाज के नमूने मांग रहा है जिनकी हमले के समय हमलावरों से हुई बातचीत के अंश पकड़े गए थे। इससे मुंबई हमलों की जांच में मदद मिल सकेगी।
शनिवार को दक्षेस के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में चिदंबरम पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव के अपने समकक्षों के साथ बैठक करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान पुलिस के बीच सहयोग मजबूत करने का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर रहेगा।
सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन में पुलिस तंत्र तथा सूचना के आदान प्रदान को अमल में लाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दो दिन से पुलिस के बीच सहयोग के लिए तंत्र बनाया गया है लेकिन इसे शुरू नहीं किया गया है।
भारत दक्षिण एशिया को प्रभावित कर रही आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए इस तंत्र के प्रभावी इस्तेमाल की जरूरत को रेखांकित करेगा। कोलंबो में 2008 में हुए दक्षेस सम्मेलन में इस समझौते पर पहुंचा गया था। भारत की यह भी रेखांकित करने की संभावना है कि अगर कोई देश आतंकवाद से निपटने के मामले में सक्षम है तो उसका सहयोग जानकारी के आदान-प्रदान तथा अन्य पहलुओं के जरिए नजर आना चाहिए।