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जब ओबामा ने कहा, चपाती थी हिलेरी की प्लेट में

पिछले साल जब अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत दौरे पर आईं थीं तो वह नई दिल्ली के आईटीसी मौर्या होटल के अपने पसंदीदा रेस्तरां बुखारा में गईं थीं और इस रेस्तरां में उनकी थाली में क्या परोसा...

जब ओबामा ने कहा, चपाती थी हिलेरी की प्लेट में
एजेंसीFri, 04 Jun 2010 10:43 AM
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पिछले साल जब अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत दौरे पर आईं थीं तो वह नई दिल्ली के आईटीसी मौर्या होटल के अपने पसंदीदा रेस्तरां बुखारा में गईं थीं और इस रेस्तरां में उनकी थाली में क्या परोसा गया, इसे लेकर राष्ट्रपति बराक ओबामा भी उत्सुक थे।

विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के सम्मान में हिलेरी क्लिंटन द्वारा दिए गए भोज में ओबामा ने उपस्थिति अतिथियों को नमस्ते कहा और आश्चर्य जताते हुए कहा कि हिलेरी की प्लेट में चपाती थी। इसके बाद माहौल में ठहाके लग गए।

ओबामा ने समारोह में अपने शुरूआती वक्तव्य में कहा कि मेरा मानना है कि विदेश मंत्री क्लिंटन भारत की बड़ी प्रशंसक हैं, जैसा कि आप भी जानते होंगे। और मुझे पता है कि भावनाएं साझा की जाती हैं। इस दौरान कृष्णा और क्लिंटन उनके साथ ही थे।

ओबामा ने जैसे ही कहा कि दरअसल मुझे बताया गया कि विदेश मंत्री के दिल्ली में एक पसंदीदा रेस्तरां में उनकी प्लेट के मेन्यू में नई चीज शामिल की गई। यह सुनते ही वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े। उन्होंने कहा, यह सच है, पता है यह क्या था। चपाती। इसके बाद वहां हंसी का एक और दौर देखा गया।

जब क्लिंटन ने जवाब में कहा कि ओह इसमें सभी तरह की चीजें थीं। तो भी वहां मौजूद लोग अपनी हंसी रोक नहीं सके। दर्शकों में से किसी ने ओबामा से कहा कि जब वह भारत जाएं तो वह भी चपाती का आनंद लें।
ओबामा ने जवाब में कहा, मैं ऐसे खाने का स्वाद चखूंगा।


इससे पहले विदेश विभाग में अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका-भारत रिश्तेदारी के प्रति ओबामा मजबूत प्रतिबद्धता रखते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति महोदय, हमने मिलकर आज कड़ी मेहनत की है और हम आपके और प्रधानमंत्री सिंह के बीच सामरिक संवाद की सहमति के बाद से परिश्रम कर रहे हैं।

हिलेरी ने कहा कि आपके सामने जो लोग हैं, उनमें से अधिकतर ऐसा काम कर रहे हैं, जो दिखाता है कि विदेश मंत्री कृष्णा और मैं हमारी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने विद्वान मार्क ट्वेन को उद्धृत करते हुए कहा कि भारत मानव जाति का पालना है, मानवीय भाषा का जन्मस्थल है, इतिहास की जननी है। उन्होंने कहा कि इस मैं इस बात को पसंद करती हूं कि यह मातृभूमि है।

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