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अमेरिका को चुभी भारत-चीन में कारों की बढ़ोत्तरी

एक ओर तो प्रदूषण फैलाने वाले देशों में अमेरिका शीर्ष पर है, लेकिन भारत और चीन जैसे विकासशील देशों को नसीहत दे रहा है कि वह अपने यहां कारों की खरीद पर लगाम लगाए। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना...

अमेरिका को चुभी भारत-चीन में कारों की बढ़ोत्तरी
एजेंसीFri, 14 May 2010 11:29 PM
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एक ओर तो प्रदूषण फैलाने वाले देशों में अमेरिका शीर्ष पर है, लेकिन भारत और चीन जैसे विकासशील देशों को नसीहत दे रहा है कि वह अपने यहां कारों की खरीद पर लगाम लगाए।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि जिस रफ्तार से भारत और चीन में कारों की ब्रिकी बढ़ी है उससे ईंधन पर दबाव बढ़ सकता है। ओबामा ने न्यूयॉर्क उपनगर में एक रैली को संबोधित करते यह बात कही।

कारों के बजाय सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के इस्तेमाल की वकालत करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा रहेगा। सालाना आधार पर तेल कीमतों में बदलाव हो सकता है। कभी यह कम होता है, कभी ज्यादा। लेकिन दीर्घावधि रुख यह है कि चीन और भारत जैसे देशों ने कार खरीदना शुरू कर दिया है। ऐसे में पेट्रोलियम की मांग लगातार बढ़ेगी।’ हालांकि ओबामा ने माना कि इस मामले में अमेरिका कभी शीर्ष पर था, लेकिन अभी चीन जैसे देश आगे निकल रहे हैं।

पहले भी छोड़ा शिगूफा : 4 मई 2009 को बफेलो में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा था कि ऐसी कंपनियां जो बेंगलुरू को नौकरियां दे रही हैं, उनकी रियायतें खत्म कर दी जाएंगी। ऐसी कंपनियों को रियायते दी जाएंगी जो अमेरिका के बफेलो जैसे शहरों में रोजगार के अवसर सृजित करेंगी। इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि भारतीय लोग अधिक खाते हैं इसलिए महंगाई बढ़ रही है।
हकीकत भी जान लीजिए : सर्वाधिक प्रदूषण फैलाने वाले देशों की सूची में अमेरिका पहले स्थान पर है। विश्व की कुल आबादी का एक चौथाई प्रदूषण अकेले अमेरिका फैलाता है।

 

 

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