प्रतिभा होगी, तभी कोई बन पाएगा इंजीनियर
जब भी अच्छे करियर की बात चलेगी, इंजीनियरिंग के बिना अधूरी रहेगी। इससे बेहतर करियर क्या होगा कि इंजीनियरिंग करके कोई खाली नहीं बैठता। कम या अधिक वेतन तो अपनी जगह है, किन्तु बेकारी जैसा शब्द इससे नहीं...
जब भी अच्छे करियर की बात चलेगी, इंजीनियरिंग के बिना अधूरी रहेगी। इससे बेहतर करियर क्या होगा कि इंजीनियरिंग करके कोई खाली नहीं बैठता। कम या अधिक वेतन तो अपनी जगह है, किन्तु बेकारी जैसा शब्द इससे नहीं जुड़ा है। वैसे भी इंजीनियर कोई ऐसे ही नहीं बन जाता। किसी में प्रतिभा है तो ही वह इंजीनियर बन पाएगा। इसकी पढ़ाई अलग है। आसान नहीं है। इसी वजह से प्लेसमेंट भी अच्छी है। फिर इसमें शाखाएं इतनी हैं कि सबके मुताबिक कुछ न कुछ है।
हमारे कॉलेज की ही बात लें तो 80 प्रतिशत बच्चे यहीं से प्लेस हो जाते हैं और जो बच जाते हैं, वे भी कुछ समय में कहीं न कहीं अपनी जगह बना लेते हैं। जहां तक इनके शुरुआती वेतन का सवाल है तो 20,000 रुपये प्रति माह से स्टार्ट करते हैं और दो-तीन साल के भीतर ही बेहतर पोजीशन पर पहुंच जाते हैं। लिहाजा जो भी छात्र इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, वे अपने बेसिक्स ठीक रखें। गहराई से अध्ययन करें। जो लोग भी यह कहते हैं कि इंजीनियरिंग में अब वो बात नहीं रही, वे गलत कहते हैं।
माना कि अधिक विकल्प आ गए हैं, किन्तु इसकी अपनी पहचान व महत्ता है, जो कभी कम नहीं होने वाली।