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अफसर ने महिला से की फोन पर अश्लील बातें, आडियो हुआ वायरल रल

संभल जिले के एक जिला स्तरीय वरिष्ठ अफसर पर दलित महिला कर्मचारी ने फोन पर अश्लील बातें कर परेशान करने का आरोप लगाया है। महिला ने जिले के डीएम से लेकर राज्य महिला आयोग तक फरियाद लगाकर अफसर पर कार्रवाई...

अफसर ने महिला से की फोन पर अश्लील बातें, आडियो हुआ वायरल रल
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 28 Apr 2016 07:59 AM
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संभल जिले के एक जिला स्तरीय वरिष्ठ अफसर पर दलित महिला कर्मचारी ने फोन पर अश्लील बातें कर परेशान करने का आरोप लगाया है। महिला ने जिले के डीएम से लेकर राज्य महिला आयोग तक फरियाद लगाकर अफसर पर कार्रवाई की मांग उठाई है। वहीं इस मामले में अफसर व महिला कर्मी के बीच फोन पर बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है। आडियो क्लिप में अफसर ने महिला कर्मचारी से बेदह आपत्तिजनक बातें कही हैं। इस प्रकरण के संबंध में आला अफसरों ने चुप्पी साध रखी है।

जनपद के एक महकमे में अनुबंध पर काम करने वाली दलित महिला कर्मचारी का आरोप है कि अफसर उसका शरीरिक शोषण करने के लिए लंबे समय तब दबाव बनाता रहा है। पीड़ित महिला के पास अफसर से हुई इस बातचीत का आडियो टेप भी है। वायरल हुई आडियो क्लिप में अफसर महिला कर्मचारी से प्यार मुहब्बत की बातें करता सुनाई दे रहा है। 

महिला कर्मचारी का कहना है कि अफसर ने उससे कहा कि मेरे घर पर आओ मैं तुम्हारा काम कर दूंगा और तुम मेरा काम कर देना। ऐसा न करने पर नौकरी से निकाल देने की धमकी अफसर ने दी है। जनपद के अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला ने अपनी फरियाद दिल्ली की एक महिला एनजीओ को भी सुनाई है। वहीं उसने जनपद के डीएम के साथ ही राज्य महिला आयोग को भी फरियाद भेजकर अफसर के शोषण से निजात दिलाने की मांग उठाई है। 


...पहली बातचीत....
अफसर...ये जो आप कह रहे हो हम तो आपको चार-पांच महीने से दिल के पास रखे हैं।

 महिला कर्मचारी ...बताया नहीं ना आपने कभी। 

अफसर ...अरे बताने का मौका दोगे तभी तो बताएंगे, आज बताया हमने आपको क्यों। 

महिला कर्मचारी ...जी सर। 

अफसर ...और कोई आवाज आ रही है क्या तुम्हारे आसपास से।

 महिला कर्मचारी ...नहीं सर में अकेली हूं यहां पर, आपने कहा था ना सर अकेले में हो तब बात करना। 

अफसर ...ये कह रहे हैं ना दिल की बातें दिलवाले नजरों से पहचानते हैं, आंखों से देखा जाता है, क्या समझे आप। 
वो हमें याद है कोई वहां पर हो रहा था 15 अगस्त का कार्यक्रम, तब भी हमने आपको देखा था, हूं देखा तो अनेक बारे तुम्हें, बोलो तुम देखने ही कहां देती थीं। नजरें नहीं मिलती थीं तुम्हारी हमसे। 

महिला कर्मचारी...ऐसा पता नहीं था कि आप हमें नोटिस कर रहे हैं। 

अफसर ...नोटिस कर रहे हैं तभी तो अच्छी तरह से आज मन किया बात कर रहे हैं। बहुत ज्यादा अंदर से यह तो संयोग है आप आ गए। नंबर हमारे पास था नहीं तुम्हारा। दूसरा यह भी तो रहता है। जैसे इतनी देर बात हुई हमारी-तुम्हारी, हमें तसल्ली हुई। जैसे कुछ लोग गलत मानते हैं ना किसी बात को।

 कर्मचारी ...जी बिल्कुल सर। 

अफसर ...यू आर वैरी वैरी नाइस। 

महिला कर्मचारी...आप इतना कह रहे हैं तो लगने लगा है हमारे अंदर कोई बात है कि आप हमें नोटिस कर रहे हैं।

 अफसर ...बात नहीं तुम हमें अच्छे लगते हो, समझे। हमसे दोस्ती कर रहे हो या नहीं यह बताओ कमिट करो। 

महिला कर्मचारी ....हां,हां सर फाइनल है सर। 

अफसर...हां, वही कह रहे हैं दोस्ती हमसे कर लो। और एक बार हमारी आपकी बात जरूर होनी चाहिए, ध्यान रखना, यह ध्यान रखना जैसे कि आपके पास लैंडलाइन है कि नहीं हमारा। जहां हम बैठते हैं सेपरेट है यह हमारा। 

महिला कर्मचारी...जी सर। 

अफसर ....जी सर न बोलो, जी सर बोलोगे तो दोस्ती कैसे हो पाएगी। यह कह रहे हैं ना कभी नंबर हम मिलाएंगे तुमको तो लैंडलाइन से बात होगी। जैसे जानती हो ना घर में फोन जाए बच्चे-वच्चे, ध्यान जाए तो अदरबाइज होता है ना। एक तो यह है कि हम बहुत पहले से आपको मिस कर रहे हैं। तीन-चार महीने से है ना, मौका ही नहीं लगता था तुम्हारी तरफ नजर करने का। वो एक दिन विदाई हो रही थी ना डीपीआरओ की।

 महिला कर्मचारी ...सर हमें कोई बुलाने आया है...डीपीआरओ साहब बुला रहे हैं। अफसर ...फिर मिलाते हैं तुम्हें ठीक है। 


.....दूसरी बातचीत........

अफसर...आपने कहा ना वहां हमारी व्यवस्था कैसी है। जो लोग व्यवस्था करने वाले बहुत अच्छे हों तो व्यवस्था तो अच्छी होगी अपनेआप क्यों। जब तुम बहुत अच्छे हो तो तुम्हारी व्यवस्था तो अच्छी रहेगी ही क्यों।

 महिला कर्मचारी...जी सर, थैंक्यू सर। 

अफसर ...अरे थैंक्यू क्या, यह कह रहे हैं ना। अरे भई हमसे भी कभी बात कर लिया करो, आपको अदरबाइज न लगे, क्यों। अगर आपको अन्यथा फील ना हो हमें भी अपने नजदीक रखो। 

महिला कर्मचारी ...जी सर।

 अफसर ...इस लायक समझ रहे हो कि नहीं हमको। 

महिला कर्मचारी ...ठीक है सर। 

अफसर ...अरे सुन तो हमारी। अरे भई आपसे आज बात करके बहुत अच्छा लगा। दिल के उस पार कोई होता है नहीं, कोई दिल के पास आ जाता है। हैलो...। 

महिला कर्मचारी...हां मैं सुन रही हूं सर। 

अफसर ...एक एहसास हुआ ना कोई दिल के करीब आ जाता है। 

महिला कर्मचारी...सर इतनी जल्दी दिल के पास।

 अफसर ...नहीं ठीक कह रहे हैं। एक तो यह ना कि आदमी जब देखता है किसी को तो पहला तो अटैचमेंट देखने से होता है। याद करो एकाद बार मीटिंग में हमने आपको देखा होगा। हूं,हूं बैठक में तो देखते ही सुनो मेन है हमारा बोडी का पार्ट हैं आंखें, आंखें बहुत कुछ बोलती हैं, जैसा तुमने कहा ना के इतनी जल्दी कैसे पहुंच गए दिल के पास। दिल के पास इतनी जल्दी नहीं, यह सब तो बहुत पहले से था ना, क्या समझे अब। दिल की जबान नहीं होती ना, नहीं होती ना।

 महिला कर्मचारी...हां सर, हां सर।

 अफसर ...दिल के पास तो जबान होती नहीं है और जबान के पास दिल नहीं होता। तो आपको बहुत दिनों से हमको याद आ रहा है, 15 अगस्त कब था कार्यक्रम, 15 अगस्त या दो अक्टूबर का था। 15 अगस्त में भी तो हुआ होगा, कहां बैठकर बरामदे में हो रहा होगा। 

महिला कर्मचारी...सर, मीटिंग हाल में वो स्वच्छकार वाला कार्यक्रम। 

अफसर ...नहीं, नहीं। दो अक्टूबर वाला कार्यक्रम। तब से हम तुम्हें देख रहे हैं। तुमने कहा ना एकाएक दिल के पास। तबसे आपको हम देख रहे हैं। क्या समझा आपने। हूं। 

महिला कर्मचारी...सर, आपने बताया नहीं ना कभी।

 अफसर...अरे बताने का मौका कहां मिला जनाब। जैसे किसी से चाहत होती है तभी तो आदमी बात करता है। हमने कभी तुम्हें रोका नहीं कि तुम रुको, ऐसे किसी दूसरे से नंबर लेते तो बात गलत होती। अच्छा एक चीज का ख्याल रखना, हमारी, आपकी बात होगी कभी, नंबर जो हमारा फीड करना..........के बजाए किसी लेडीज के नाम से फीड कर लेना। सलाह दे रहे हैं। महिला कर्मचारी ...ठीक है। 

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