फोटो गैलरी

Hindi News'रियो ओलंपिक में IOA और खेल मंत्रालय हमारे साथ नौकरों जैसा बर्ताव करते थे'

'रियो ओलंपिक में IOA और खेल मंत्रालय हमारे साथ नौकरों जैसा बर्ताव करते थे'

भारत के टॉप गोल्फरों में शुमार एसएसपी चौरसिया ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओसी) और खेल मंत्रालय को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। चौरसिया ने रियो ओलिंपिक की तैयारियों के लिए आवंटित की गई 30 लाख रुपये की पूरी...

'रियो ओलंपिक में IOA और खेल मंत्रालय हमारे साथ नौकरों जैसा बर्ताव करते थे'
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 23 Dec 2016 07:30 AM
ऐप पर पढ़ें

भारत के टॉप गोल्फरों में शुमार एसएसपी चौरसिया ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओसी) और खेल मंत्रालय को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। चौरसिया ने रियो ओलिंपिक की तैयारियों के लिए आवंटित की गई 30 लाख रुपये की पूरी राशि अभी तक नहीं मिलने के लिए आईओसी और खेल मंत्रालय को लताड़ा।

चौरसिया और उनके साथी गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी को खेल मंत्रालय द्वारा आवंटित की गई राशि अभी तक नहीं मिली है। चौरसिया ने आईओए अधिकारियों द्वारा रियो खेलों में किए गए इस बर्ताव को खराब करार करते हुए कहा कि वे ऐसा व्यवहार करते थे जैसे हम (गोल्फर) नौकर हों। उन्होंने कहा कि रियो खेलों को खत्म हुए अब तक चार महीने हो गए हैं और उन्होंने कई तरह का दस्तावेजी काम भी किया है लेकिन दुनिया में 16 खिताब जीत चुके लाहिड़ी को एक भी पैसा नहीं मिला है। चौरसिया के मुताबिक उन्हें अभी तक सिर्फ 5.5 लाख रुपये ही मिले हैं।

ICC AWARDS: अश्विन ने कहा, सचिन और राहुल के साथ खड़ा होना बड़ा सम्मान

जालंधर की 'पिच' से सियासी पारी का आगाज करेंगे हरभजन सिंह!

ICC AWARDS: द्रविड़ के बाद ऐसा करने वाले महज दूसरे भारतीय बने अश्विन

इस साल हीरो इंडियन ओपन और रिजॉर्ट्स वर्ल्ड मनिला मास्टर्स खिताब जीतने वाले चौरसिया ने कहा, 'मेरे पास पत्र है जिसमें उन्होंने 30 लाख रुपये की खर्च राशि का भुगतान करने का वादा किया है। लेकिन रियो के बाद से हमें बताया गया कि यह राशि घटाकर 15 लाख रुपये कर दी गयी है।' रियो के अनुभव के बारे में चौरसिया ने कहा, 'वाहन इतंजाम से लेकर कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। वहां इतनी ठंड थी और बारिश हो रही थी लेकिन उन्होंने हमारे लिए छाते या रेनकोट तक का इंतजाम नहीं कराया। वे ऐसे व्यवहार करते थे जैसे कि वे मालिक हों और हम उनके नौकर।'

उन्होंने कहा, हमें वाहन के लिए चार घंटे तक एयरपोर्ट पर इंतजार करने के लिए कहा गया और लाहिड़ी खुद ही आए थे। हमें बहुत बुरा लग रहा था। अब हम ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने से पहले दो बार सोचेंगे। हम इस मुद्दे का राग नहीं अलापेंगे क्योंकि हमें आगे मुश्किल चुनौतियों पर ध्यान लगाना है।'
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें