रेलवे टिकट आरक्षण में नकदी बंद होगी
रेलवे यात्री सुविधाओं को बढ़ाने और दलालों द्वारा टिकटों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब आरक्षण चार्ट में यात्रियों का पूरा नाम दर्ज करेगा। साथ ही पीआरएस आरक्षण में नकदी बंद करके पूरी तरह से प्री-पेड...
रेलवे यात्री सुविधाओं को बढ़ाने और दलालों द्वारा टिकटों के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए अब आरक्षण चार्ट में यात्रियों का पूरा नाम दर्ज करेगा। साथ ही पीआरएस आरक्षण में नकदी बंद करके पूरी तरह से प्री-पेड कैश कार्ड से भुगतान लिया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, टिकट बुकिंग में भ्रष्टाचार एवं दलालों के कारोबार को रोकने की कवायद में यह निर्णय लिया गया है कि अब आरक्षण के लिए यात्रियों से फॉर्म में पूरा नाम भरवाया जाएगा और पीआरएस में भी पूरा नाम दर्ज होगा।
रेलवे बोर्ड में यह भी विचार चल रहा है कि आरक्षण के काम को पूरी तरह से नकदी के प्रयोग से मुक्त कर दिया जाए। इसके लिए हर बुकिंग केन्द्र में एक काउंटर पर मेट्रो कार्ड की तरह एक खास प्री-पेड कैश कार्ड बेचे जाएंगे। यात्री पहले 500, एक हजार, दो हजार या पांच हजार रुपये के कार्ड खरीदेंगे और आरक्षण के काउंटर पर लिपिक उनसे कार्ड लेकर टिकट की कीमत के बराबर रकम काट कर रसीद सहित टिकट दे देगा।
यही नहीं, आरक्षण चार्ट बनने पर अगर टिकट वेट लिस्टेड ही रह गया, तो रिफंड की राशि खुद इसी प्री-पेड कैश कार्ड में वापस हो जाएगी और एसएमएस से उसे इसकी सूचना भी आ जाएगी।