'स्मार्ट सिटी के लिए समाज में जागरूकता की जरुरत'
दिल्ली के जसोला में सामाजिक संस्था नारी फांउडेशन की तरफ से एशिया पैसिफिक इंनस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में स्मार्ट सिटी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि...
दिल्ली के जसोला में सामाजिक संस्था नारी फांउडेशन की तरफ से एशिया पैसिफिक इंनस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में स्मार्ट सिटी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया.
सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा कहा कि स्मार्ट सिटी की कल्पना मुख्यत: तीन बातों पर निर्भर करती है. क्रेज, कंपीटिशन और कनटिन्यूटी तात्पर्य ये कि हम शहर के प्रति और समाज के प्रति पूरी तरह जागरुक हों. दूसरे प्रदेशों, दूसरे देशों से बेहतर बनने के लिए सजग रहें तथा एक बार किसी चीज की शुरुआत हो गई तो उसको बरकार रखने के लिए पूरी ईमानदारी से कर्तव्य निभाएं.
पात्रा ने आगाह किया कि स्मार्ट सिटी बन जाने के बाद उसकी खूबसूरती सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि आम जनता जिनके लिए ये कवायद की जा रही है उन्हें भी कदम से कदम से मिलाना होगा.
वहीँ शहरी विकास के विशेषज्ञ प्रोफेसर ओपी माथुर ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की तमाम तकनीकी बातों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी शहर के कुछ हिस्सों में बनाई जाएगी जिसका मतलब उस हिस्से का रिडवलपमेंट करना है.
सेमिनार में दिल्ली सोशल वेलफेयर के सचिव पवन चोपड़ा, एशिया पैसिफिक इंनस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन ऐ के श्रीवास्तव, दिल्ली सोशल वेलफेयर की चेयरपर्सन सुदर्शन पाठक, समाजसेवी चंद्रशेखर झा और नारी फांउडेशन के सचिव सैमसन जेवियर ने एक स्वर में कहा कि आज देश को स्मार्ट सिटी की आवश्यकता है क्योंकि सारे उद्योग धंधे और विकास शहरों पर केन्द्रित होते जा रहे हैं, इसलिए शहर की आवोहवा, प्लानिंग, तकनीक, परिवहन, उर्जा इन सभी आवश्यक तत्वों का सुमचित उपयोग बेहतर जीवन के लिए करना आवश्यक है. तभी हमारे जीवन की गुणवत्ता बढेगी.
नारी फांउडेशन के अध्यक्ष मनीष सिन्हा ने ये कहा कि आने वाले दिनों में भी हम जागरुकता, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते रहेंगे.