ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR नोएडाआयकर विभाग ने पांच हजार ग्रामीणों को भेजा नोटिस

आयकर विभाग ने पांच हजार ग्रामीणों को भेजा नोटिस

आयकर विभाग सेक्टर-24 ने पांच हजार से अधिक ग्रामीणों को आयकर का नोटिस भेजा है। इसके साथ ही नोटिस मिलने के दो सप्ताह में जवाब देने का समय दिया है। ग्रामीणों पर एक वित्त वर्ष में दस लाख से अधिक धनराशि...

आयकर विभाग ने पांच हजार ग्रामीणों को भेजा नोटिस
हिन्दुस्तान टीम,नोएडाMon, 04 Sep 2017 10:49 AM
ऐप पर पढ़ें

आयकर विभाग सेक्टर-24 ने पांच हजार से अधिक ग्रामीणों को आयकर का नोटिस भेजा है। इसके साथ ही नोटिस मिलने के दो सप्ताह में जवाब देने का समय दिया है। ग्रामीणों पर एक वित्त वर्ष में दस लाख से अधिक धनराशि बैंक खाते में जमा करने पर नोटिस भेजा गया है। इसके साथ ही संपत्ति खरीदने और बेचने में तीस लाख से अधिक धनराशि का लेनदेन करने वाले लोगों को भी नोटिस भेजा गया है। आयकर विभाग ने अभी वर्ष 2010-11 के ग्रामीणों को नोटिस भेजा है। अगले वर्ष 2011-12 के संदिग्ध लेनदेन करने वाले ग्रामीणों को नोटिस भेजा जाएगा। आयकर का नोटिस मिलने के बाद ग्रामीणों में चिंताएं भी बढ़ गई हैं। ग्रामीण अब कर अधिवक्ता और सीए का चक्कर लगा रहे हैं। नोटिस में कहा गया है कि नोटिस मिलने के दो सप्ताह के अंदर जवाब देना होगा। दो सप्ताह में जवाब नहीं दोने पर फिर से नोटिस भेजा जाएगा। लगातार नोटिस की अनदेखा करने पर मामले को स्क्रूटनी में भेज दिया जाएगा। इसके बाद संबंधित नोटिस कर्ता के खिलाफ आदेश पारित करके जुर्माना भी लगाया जाएगा। आयकर अधिकारियों के अनुसार किसी संपत्ति को खरीद व बिक्री में तीस लाख से अधिक की धनराशि का लेनदेन करने वाले लोगों की सूची आयकर विभाग के पास है। आयकर अधिकारियों के अनुसार पहले ही नोटिस पर नियमानुसार जवाब देने से संबंधित मामले की फाइल पहले ही चरण में बंद हो जाती है। ग्रामीण नोटिस को अनदेखा कर या जवाब नहीं देकर समस्याएं स्वयं बढ़ाने लगते हैं। मामले में आदेश होने के बाद तरह-तरह से बहाने बनाकर बचने की कोशिश करते हैं। तब संबंधित अधिकारी चाहकर भी थोड़ी-बहुत मदद नहीं कर पाते हैं।

रजिस्ट्री विभाग और बैंक से आ रहे हैं पकड़ में

आयकर विभाग को रजिस्ट्री विभाग और बैंकों से सूची सौंपी जाती है। बैंक ऐसे खाते धारकों की सूची आयकर विभाग को सौंपते हैं, जिन्होंने एक वित्त वर्ष में दस लाख या दस लाख से अधिक धनराशि बैंक में नकदी में जमा की है। ऐसे लोगों को इतनी नकदी जमा करने के वजह आयकर विभाग को बतानी पड़ती है। ऐसे ही रजिस्ट्री विभाग आयकर को सूची सौंपता है। रजिस्ट्री विभाग तीस लाख रुपये से अधिक खरीद-बिक्री करने वाले लोगों की सूची आयकर विभाग को सौंपती है। फिर आयकर विभाग सूची की छंटनी कर लोगों को नोटिस भेजती है।

आयकर विभाग ने जारी की सलाह

आयकर विभाग ने नोटिस प्राप्त करने वाले लोगों को सलाह दी है कि नोटिस से घबराने और परेशान होने की जरुरत नहीं है। किसी भी ग्रामीण के खिलाफ गलत कार्रवाई नहीं की जाएगी। ग्रामीण सीधा संबंधित अधिकारी से मिलकर अपना जवाब दे सकते हैं। विभाग द्वारा नोटिस प्राप्त ग्रामीणों की हर संभव नियमानुसार मदद की जाएगी। अनावश्यक किसी तरह से परेशान नहीं किया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें