बदलती दिल्ली: सबसे बड़ी मेट्रो लाइन पर ट्रायल रन शुरू
मुकुंदपुर से शिव विहार के बीच बन रही सबसे बड़ी मेट्रो लाइन पर गुरुवार को ट्रायल रन शुरू हो गया। पिंक लाइन पर शकूरपुर से मायापुरी के बीच 6.5 किलोमीटर के बीच मेट्रो को चलाया गया। मेट्रो के निदेशक डॉ....
मुकुंदपुर से शिव विहार के बीच बन रही सबसे बड़ी मेट्रो लाइन पर गुरुवार को ट्रायल रन शुरू हो गया। पिंक लाइन पर शकूरपुर से मायापुरी के बीच 6.5 किलोमीटर के बीच मेट्रो को चलाया गया। मेट्रो के निदेशक डॉ. मंगू सिंह ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। मुकुंदपुर से शिव विहार के बीच बनने वाली पिंक लाइन 59 किलोमीटर लंबी है।
डीएमआरसी के अनुसार, इस लाइन पर बिना चालक के मेट्रो को चलाया जाएगा। पिंक लाइन पर आने वाली मेट्रो ट्रेन अत्याधुनिक होंगी। फिलहाल शकूरपुर से मायापुरी तक चालक द्वारा मेट्रो का ट्रायल किया जाएगा, लेकिन कुछ समय बाद ट्रेन को बिना चालक के इस 6.5 किलोमीटर के ट्रैक पर चलाया जाएगा। ट्रायल के जरिये यह देखा जाएगा कि मेट्रो ट्रैक या निर्माण कार्य के कारण ट्रेन के आने-जाने में किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। इसके साथ ही कोच की खूबियों को भी जांचा जाएगा।
तीसरे चरण में लगाई जाने वाली नई सिग्नल व्यवस्था कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) का पिंक लाइन पर इस्तेमाल किया गया है। ट्रायल रन के साथ ही सीबीटीसी की जांच की जाएगी। ट्रायल के दौरान इस लाइन पर अलग-अलग गति से मेट्रो चलाई जाएगी। इसके साथ ही ट्रैक पर ट्रेन के चलने का असर एवं ब्रेक लगाने को लेकर भी जांच की जाएगी। इसके साथ ही मेट्रो के ऊपर से गुजरने वाली बिजली की तार (ओएचई) को भी ट्रायल के दौरान जांचा जाएगा।
पांच मेट्रो स्टेशन के बीच ट्रायल
इस लाइन पर ट्रायल के दौरान मेट्रो ट्रेन पांच स्टेशनों का सफर तय करेगी। यह सभी मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड (जमीन से ऊपर) होंगे। इनमें शकूरपुर, पंजाबी बाग पश्चिम, ईएसआई अस्पताल, राजौरी गार्डन और मायापुरी शामिल हैं।
राजौरी गार्डन पर होगा इंटरचेंज
राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों को इंटरचेंज की सुविधा मिलेगी। यात्री ब्लू लाइन और पिंक लाइन के बीच ट्रेन बदल सकेंगे। इसके लिए दोनों मेट्रो लाइन के बीच 310 मीटर लंबा एवं 7.1 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। इस पर ट्रैवलेटर भी लगा होगा, जिस पर खड़े होकर आसानी से दूसरे छोड़ तक पहुंचा जा सकेगा।
मेट्रो लाइन बनाने के दौरान आई कठिनाइयां
रिंग रोड पर व्यस्त यातायात के बीच निर्माण कार्य करना
मायापुरी और पंजाबी बाग में जमीन अधिग्रहण करना
शकूरपुर से मायापुरी के बीच कई जगहों पर डायवर्जन करना पड़ा
भारी यातायात के बीच 60 मीटर के स्पैन को लगाना
चार जगहों पर लगाए गए हैं स्पैन
6.5 किलोमीटर लंबी इस लाइन पर चार जगह 60-60 मीटर के विशेष स्पैन (लोहे के ब्रिज) लगाए गए हैं। इनमें से तीन स्टील स्पैन, जबकि एक कैंटीलेवर कंस्ट्रक्शन स्पैन लगाया गया है। पहला स्पैन दिल्ली-भटिंडा रेलवे लाइन के 19 मीटर ऊपर शकूरपुर में लगाया गया है। पंजाबी बाग एवं राजौरी गार्डन पर पहले से मेट्रो लाइन होने के चलते दोनों जगह स्पैन लगाए गए हैं। नजफगढ़ नाले के कारण बसईदारापुर के पास सीएलसी स्पैन लगाया गया है।
झुग्गियों को हटाने में लगे चार साल
मेट्रो सूत्रों के अनुसार, इस मार्ग पर दो मुख्य झुग्गी बस्तियां थीं। पंजाबी बाग स्थित महात्मा गांधी कैंप में 229 झुग्गी, जबकि मायापुरी के जवाहर कैंप में 150 झुग्गी थी। वर्ष 2012 में डीएमआरसी ने इन झुग्गियों को हटवाकर उनका पुनर्वास करने के लिए सरकार को कहा था। वर्ष 2016 में यह जगह डीएमआरसी को सौंपी गई। इस दौरान 85 मीटर पंजाबी बाग में और 105 मीटर जगह पर मायापुरी में निर्माण कार्य रुका रहा। लेकिन इसके बावजूद डीएमआरसी ने समय रहते इस निर्माण कार्य को पूरा कर लिया।