वीडियो देखें : आंसूओं के साथ प्रद्युमन को अंतिम विदाई
श्याम कुंज के गली नंबर-2 में रहने वाले वरुण ठाकुर के घर पर जब सात साल के मासूम प्रद्युमन का शव पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। हर किसी के चेहरे पर एक ओर जहां स्कूल की लापरवाही को लेकर गुस्सा...
श्याम कुंज के गली नंबर-2 में रहने वाले वरुण ठाकुर के घर पर जब सात साल के मासूम प्रद्युमन का शव पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। हर किसी के चेहरे पर एक ओर जहां स्कूल की लापरवाही को लेकर गुस्सा दिखाई दे रहा था तो वहीं बच्चे की मां की आंखों से निकलते आंसू उनकी बेबसी भी साफ बयां कर रहे थे। किसको पता था कि सात साल का बच्चा सुबह हंसते हुए स्कूल जाएगा लेकिन फिर कभी अपनी मां के पास लौट कर नहीं आएगा। प्रद्युम्न की मां तो अभी तक इसे एक भयानक सपना मान रही है।
शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे एंबुलेंस से प्रद्युम्न का शव घर पहुंचा। पिता वरुण के हाथ के बेटे का शव देख वहां मौजूद कोई भी शख्स अपने आंसू नहीं रोक सका। बच्चे का शव देखते ही उसकी मां बेहोश हो गई। करीब आधे घंटे के बाद ही परिजनों ने प्रद्युमन को अंतिम विदाई देने का फैसला किया। मासूम प्रद्युमन तो अब इस दुनिया में नहीं रहा लेकिन इस घटना से हर किसी को विचलित कर दिया।
टॉफी की खुशी में रातभर नहीं सोया था
प्रद्युम्न की मां ज्योति के मुताबिक गुरुवार की रात उनका बेटा बहुत खुश था। उसकी खुशी का कारण था उसके दोस्त का बर्थडे। प्रद्युम्न रात में अपनी मां को यह कहकर सोया था कि कल स्कूल में दो टॉफी मिलेगी। मासूम प्रद्युम्न इसलिए भी काफी खुश था क्योंकि उसके दोस्त ने उससे वादा किया था कि जब वह शिक्षकों को टॉफी देने जाएगा तो वह प्रद्युम्न को भी अपने साथ लेकर जाएगा। सुबह जब वह नहाने गया तो उसके चेहरे पर स्कूल पहुंचने की जल्दी साफ देखी जा सकती थी। किसको पता था कि बच्चे की स्कूल के अंदर इस तरह निर्मम हत्या कर दी जाएगी।