एकेटीयू के कॉलेजों में एक लाख से अधिक सीटें खाली
राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) की चौथे राउंड की काउंसलिंग के बाद भी एकेटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग और प्रबंधन कॉलेजों में एक लाख से अधिक सीटें खाली हैं। इनमें गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की करीब 80...
राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) की चौथे राउंड की काउंसलिंग के बाद भी एकेटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग और प्रबंधन कॉलेजों में एक लाख से अधिक सीटें खाली हैं। इनमें गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की करीब 80 हजार सीटों में 10 हजार सीटें ही भर पाई है। पांचवें राउंड की काउसंलिंग 31 जुलाई से शुरू होगी।
इस बार एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने यूपीएसईई की परीक्षा आयोजित कराई थी। एकेटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग और प्रबंधन कॉलेजों में 1 लाख 46 हजार सीटें हैं। चार राउंड की काउंसलिंग के बाद प्रबंधन और इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब 24 हजार सीटें आवंटित हुई हैं। चौथे राउंड की काउंसलिंग के बाद कक्षाएं एक अगस्त से शुरू हो जाएंगी। हालांकि पांचवें राउंड की काउंसलिंग 31 जुलाई से शुरू होगी। एकेटीयू के अनुसार पांचवें राउंड की काउंसलिंग में सीटें भरने में कोई खास इजाफे की उम्मीद नहीं है। ऐसे में कॉलेज अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के दिशा निर्देशों के अनुसार खाली सीटें भर सकते हैं। इन दिशा निर्देशों का एक पोर्टल एकेटीयू ने अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है।
यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की कक्षाएं एक अगस्त से
यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन में कक्षाएं एक अगस्त से शुरू हो जाएंगी। यह संस्थान सेक्टर 62 स्थित एकेटीयू नोएडा कैंपस में स्थापित किया गया है। एकेटीयू के मुताबिक पहले चरण में संस्थान में बैचलर ऑफ डिजाइन कोर्स शुरू किया जा रहा है, जिसमें कुल 40 सीटें हैं। 16 सीटें यूसीड 2017 परीक्षा की रैंक सूची से भरी गई हैं। चार साल के बैचलर ऑफ डिजाइन कार्यक्रम के लिए खाली सीटों पर यूपीएसईई की पांचवें राउंड और छठे राउंड की काउंसलिंग से सीटें भरी जाएंगी। पांचवें राउंड की काउंसलिंग 31 जुलाई से एक अगस्त तक और छठे राउंड (स्पॉट) की काउंसलिंग नौ अगस्त से 11 अगस्त तक होगी।
विशेषज्ञों का सहयोग लेंगे
एकेटीयू के अनुसार मौजूदा समय में प्रदेश में डिजाइनिंग का कोई अच्छा संस्थान नहीं है। निजी संस्थानों में फीस बहुत ज्यादा है। नोएडा कैंपस में बनाए गए डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट में आईआईटी गुवाहाटी के विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया जाएगा। पहले इसमें स्नातक तक की पढ़ाई होगी।