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ओएलएक्स के जरिए बुलाकर लूटने में एमसीए डिग्रीधारी गिरफ्तार

नई दिल्ली, हेमंत कुमार पांडेयअगर आप ओएलक्स, क्विकर या किसी और वेबसाइट के जरिए अपना सामान बेचने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। कश्मीरी गेट पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो सामान बेचने वालों...

ओएलएक्स के जरिए बुलाकर लूटने में एमसीए डिग्रीधारी गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 19 Nov 2017 11:18 PM
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नई दिल्ली, हेमंत कुमार पांडेय

अगर आप ओएलक्स, क्विकर या किसी और वेबसाइट के जरिए अपना सामान बेचने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। कश्मीरी गेट पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो सामान बेचने वालों को नशीला पदार्थ पिलाकर लूट लेता था। आरोपी की पहचान अंकुश कुमार के रूप में हुई है। वह एमसीए डिग्री धारी है। उसके कब्जे से लूटा गया कैमरा भी बरामद किया गया है।

विज्ञापन दिया था : पेशे से इंजीनियर अंकित परिवार सहित बदरपुर इलाके में रहते हैं। उन्होंने अपने निकॉन 5300 कैमरे को बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। 5 नवंबर को आरोपी ने अपना नाम राकेश बता ओएलक्स के चैटबाक्स पर अंकित से कैमरा खरीदने के लिए बात करनी शुरू की। अंत में 40,000 रुपये में कैमरा बेचने का सौदा तय हो गया। इसके बाद 8 नवंबर को अंकित ने सौदे के लिए आरोपी को कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर बुलाया।

जूस में नशीली दवा पिलाई : दोनों नियत समय एवं स्थान पर पहुंचे और शुरुआती परिचय के बाद बातें होने लगीं। इसी दौरान अंकुश सिगरेट पीने लगा जिससे अंकित को थोड़ी दिक्कत होने लगी। तब आरोपी ने पैक्ड जूस ग्लास में डालकर अंकित को पीने को दिया।

जूस पीने के कुछ ही समय बाद ही वह सुधबुध खो बैठा और उसकी आंखों के सामने ही अंकुश कैमरा लेकर चलता बना। होश आने पर उसने खुद ही पीसीआर को सूचना दी और फिर पुलिस ने अरुणा आसफ अली अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के दो दिन बाद 10 नवंबर को पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच एसआई अशोक कुमार को सौंपी गई।

जांच में मालूम हुआ कि राकेश ने जो मोबाइल नंबर सौदे के दौरान उपयोग में लाए थे, सब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लिए गए थे। वहीं मोबाइल फोन से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। यही नहीं आरोपी ने ओएलएक्स पर पीड़ित से हुई सारी बात को नष्ट कर अपनी आईडी ही खत्म कर दी थी। इस तरह पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था।

नकली आईडी बनाकर दबोचा : पुलिस को एक अनुमान यह भी था कि आरोपी यह कैमरा बेचने के लिए ओएलएक्स एवं क्विकर आदि का प्रयोग कर सकता है। इसलिए एसआई अशोक ने दूसरे के नाम पर दोनों एप आईडी बना ली। इसके लिए दूसरे के नाम से लिए मोबाइल नंबर का प्रयोग किया।

15 नवंबर को निकॉन 5300 माडल का कैमरा बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया गया। यह वही कैमरा था जिसे राकेश ने अंकित से लूटा था। दरअसल, स्टिकर हटाने के कारण अंकित के कैमरे के डिब्बे पर निशान बने थे, इसलिए पीड़ित ने देखने के बाद इसे पहचान लिया। फिर आरोपी से सौदेबाजी शुरू हुई और 16 नवंबर को खरीदने के लिए कश्मीरी गेट बुलाया गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

च्यूइंगम के डिब्बे में नशीली दवा : आरोपी के पिता डीडीयू अस्पताल में कार्यरत हैं। इसकी वजह से उसे नशीली दवाएं आराम से मिल जाती थीं। वह इन दवाओं को पीसकर च्यूइंगम के डिब्बे में रखता था। उसने बताया कि वह अबतक 12 लोगों को अपना शिकार बना चुका है। यही नहीं उसने प्रयोग में लाए गए मोबाइल को भी ऐसे ही लूटा था। वह अपनी डिग्री का प्रयोग कर फर्जी बिल भी बना लेता था जिससे किसी को शक नहीं होता था।

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