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‘पीड़िता की चुप्पी यौन संबंध बनाने की सहमति का प्रमाण पत्र नहीं

दुष्कर्म पीड़िता की चुप्पी को यौन संबंध बनाने की सहमति देने का प्रमाण-पत्र नहीं माना जा सकता है। हाईकोर्ट ने दुष्कर्म के जुर्म में एक युवक को निचली अदालत से मिली 10 साल कैद की सजा को बहाल रखते हुए यह...

‘पीड़िता की चुप्पी यौन संबंध बनाने की सहमति का प्रमाण पत्र नहीं
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 23 Oct 2017 04:36 PM
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दुष्कर्म पीड़िता की चुप्पी को यौन संबंध बनाने की सहमति देने का प्रमाण-पत्र नहीं माना जा सकता है। हाईकोर्ट ने दुष्कर्म के जुर्म में एक युवक को निचली अदालत से मिली 10 साल कैद की सजा को बहाल रखते हुए यह टिप्पणी की है।

जस्टिस संगीता डी. सहगल ने दुष्कर्म के दोषी युवक के उन दलीलों को खारिज करते हुए यह फैसला दिया है, जिसमें उसने कहा था कि पीड़िता की चुप्पी यौन संबंध बनाने के लिए उसकी सहमति का सबूत है। हाईकोर्ट ने कहा कि इस दलील में कोई आधार नहीं है कि पीड़िता ने उसे यौन संबंध बनाने की सहमति दी थी। हाईकोर्ट ने कहा है कि सहमति के बिना शारीरिक संबंध बनाना दुष्कर्म माना जाएगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने निचली अदालत के 2015 के फैसले को बरकरार रखते हुए आरोपी मुन्ना की अपील को खारिज कर दिया।

अपहरण के आरोप से बरी :

हाईकोर्ट ने मामले में जहां दुष्कर्म के जुर्म में मुन्ना को सजा सुनाए जाने के फैसले को सही ठहराया है, वहीं पीड़िता के अपहरण के आरोप से उसे बरी किए जाने को भी सही ठहराया है। अपहरण के अपराध में मुन्ना को बरी करने के निचली अदालत के फैसले को भी हाईकोर्ट ने बरकरार रखा है। कोर्ट ने कहा कि पीड़िता के इस बयान में विरोधाभास है कि वह दिल्ली कैसे पहुंची। इसके अलावा मुन्ना व उसके साथी सुमन कुमार को पीड़िता को देह व्यापार में धकेलने के प्रयास के आरोपों से बरी किए जाने के निचली अदालत के फैसले को भी बहाल रखा गया।

क्या है मामला

पुलिस के अनुसार दिसंबर 2010 में पीड़िता उत्तर प्रदेश से दिल्ली आई थी। उसकी मुलाकात मुन्ना तथा सुमन से हुई। उन्होंने काम दिलाने का झांसा दिया। महिला ने आरोप लगाया था कि मुन्ना उसे हरियाणा में पानीपत ले गया। पीड़िता ने वहां उसे करीब दो माह तक फ्लैट में बंद रखने और कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि उसे आरोपी ने धमकी दी थी कि यदि उसने भागने की कोशिश की तो उसे मार देगा। बाद में मुन्ना पीड़िता को नोएडा में अपने साथी सुमन के फ्लैट पर लेकर गया। वहां से दोनों उसे दिल्ली के शास्त्री पार्क में एक अन्य फ्लैट में लेकर गए। महिला ने पुलिस को बताया था कि पहली अप्रैल 2011 को जब सुमन को पता चला कि मुन्ना ने उसकी गैर-मौजूदगी में उससे दुष्कर्म किया है तो दोनों के बीच लड़ाई हुई। सुमन ने ही पुलिस को फोन कर सूचना दी थी।

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