गुजरात की बाढ़ से लोनी तक नहीं पहुंच रही गैस
बाढ़ ने पूरे देश में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बाढ़ से न केवल फसलों को नुकसान हो रहा है बल्की आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इस वक्त गुजरात है। हालांकि गुजरात की...
बाढ़ ने पूरे देश में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बाढ़ से न केवल फसलों को नुकसान हो रहा है बल्की आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इस वक्त गुजरात है। हालांकि गुजरात की बाढ़ का असर अब यूपी में भी दिखाई देने लगा है। दरअसल बाढ़ के कारण गुजरात के जामनगर के गैस प्लांट में पानी भर गया है, जिसके कारण गाजियाबाद के लोनी बॉटलिंग प्लांट में गैस की आपूर्ति बाधिक हो गई है। इसका असर गाजियाबाद समेत वेस्ट यूपी के 10 से ज्यादा जिलों पर पड़ रहा है। लोनी में इंडेन, एचपी और भारत गैस के बॉटलिंग प्लांट हैं, जिनसे गाजियाबाद और आसपास के जिलों को गैस आपूर्ति की जाती है। गाजियाबाद में ही रोज 40 हजार के मुकाबले 30 हजार की आपूर्ति हो पा रही है। बैकलॉग 2 दिन से बढ़कर 7 दिन का हो गया है।
सबसे बड़ी एलपीजी पाइप लाइन बिछेगी
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) की योजना देश की सबसे बड़ी एलपीजी पाइप लाइन बिछाने की योजना है जो गुजरात के तट से गोरखपुर, उत्तर प्रदेश तक होगी। कंपनी इसके जरिए देश की बढ़ती रसोई गैस मांग को पूरा करना चाहती है।
कांडला में आयात होगी एलपीजी
आईओसी ने एक आवेदन में कहा है कि उसकी योजना कांडला, गुजरात में एलपीजी आयात करने की योजना है। इसे वह 1987 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन के जरिए वाया अहमदनगर (गुजरात), भोपाल (मध्य प्रदेश) व कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी तथा लखनऊ (उत्तर प्रदेश) तक लेकर जाएगी। कंपनी ने इस बारे में गैस नियामक पीएनजीआरबी के यहां आवेदन किया है और मंजूरी मांगी है।
1415 किलोमीटर लंबी है अभी पाइपलाइन
इस पाइपलाइन में गैस कांडला बंदरगाह व आईओसी की कोयली रिफानरी से डाली जाएगी। कंपनी का कहना है कि यह देश की सबसे बड़ी एलपीजी पाइपलाइन होगी। गेल इस समय 1415 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का परिचालन कर रही है जो जामनगर, गुजरात से यहां लोनी तक आती है।