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ऐसा क्या : बहुत ज्यादा खुश रहना भी खतरे की निशानी

यदि आप खुद को बहुत ज्यादा ऊर्जा से लबरेज समझ रहे हैं या खुद की मानसिक ऊर्जा बेहद कम समझ रहे हैं तो यह खतरे की घंटी हो सकता है। यानि मूड बहुत अच्छा होना या बहुत खराब होना दोनों खतरनाक है।

Shikhar.Srivastavaकृष्ण कुमार,नई दिल्ली Thu, 27 Jul 2017 01:30 PM

बहुत ज्यादा खुश रहना भी खतरे की निशानी

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यदि आप खुद को बहुत ज्यादा ऊर्जा से लबरेज समझ रहे हैं या खुद की मानसिक ऊर्जा बेहद कम समझ रहे हैं तो यह खतरे की घंटी हो सकता है। यानि मूड बहुत अच्छा होना या बहुत खराब होना दोनों खतरनाक है। दिमाग की इस दिक्कत को ‘बाइपोलर मूड डिसऑर्डर’ कहते हैं।
 हाल में इसी तरह का एक मामला द्वारका में सामने आया, जिसमें पिता ने बेटी की हत्या कर दी थी। इसमें बेटी इसी मानसिक बीमारी की वजह से अपने माता-पिता पर हावी हो जाती थी।

एम्स में डिपार्टमेंट ऑफ साइकेट्री (मनोरोग विज्ञान) में प्रोफेसर डॉ. नंदकुमार ने बताया कि कई बार व्यक्ति के मूड में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव होता है। वह सुबह तरोताजा महसूस करता है, वहीं शाम तक सारी ऊर्जा खत्म हो जाती है। उसका लोगों से संवाद खत्म हो जाता है और वह मिलना जुलना बंद कर देता है। ये लोग ‘बाइपोलर मूड डिसऑर्डर’ के शिकार हो सकते हैं। उन्हें जांच करानी चाहिए। डॉ. नंदकुमार ने बताया कि एम्स में यदि 100 में से 30 मरीज डिप्रेशन के प्रतिदिन आते हैं तो इसमें 15 मरीज ‘बाइपोलर मूड डिसऑर्डर’ के शिकार होते हैं।

बढ़ जाता है डोपामिन

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बढ़ जाता है डोपामिन
दिमाग न्यूरॉन से बना होता है। यह न्यूरॉन ही शरीर के अलग-अलग हिस्सों के ग्रंथि, मांसपेशियों को सूचना भेजते हैं। अत्यधिक ऊर्जा बढ़ने पर दिमाग में डोपामिन नाम का केमिकल बढ़ जाता है। 

अतिवादी होना खतरा  
ऐसे लोग जो चार घंटे की नींद के बाद भी तरोताजा महसूस करते हैं। जो सात दिन में पढ़ी जाने वाली किताब एक दिन में खत्म कर देते हैं। ऐसे लोगों का मूड अचानक बदलता है। ऐसे लोगों को जांच करानी चाहिए। 

कई उदाहरण भी आए हैं सामने 

  • 21 जुलाई को द्वारका में पिता ने बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी थी कि क्योंकि उनकी बेटी बहुत ज्यादा गुस्से में आ जाती थी और माता-पिता को ही पीट देती थी। 
  • दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने एक सप्ताह में 25 लाख रुपये खर्च कर दिए थे। परिवार को पता चला तो वे डाक्टर के पास ले आए।

ये लक्षण दिखें तो सावधान 

  • बहुत ज्यादा खुद पर विश्वास होना
  • मन में ऐसे विचार आना जो संभव ही न हों
  • नींद नहीं आना, थकान के बाद भी काम करना 
  • खुद का बहुत ज्यादा ध्यान रखना, ज्यादा पैसे खर्च करना