अमेरिका से अर्थशास्त्र में की पढ़ाई , वार्ड 33 की सूरत बदलने आई
शहर की सूरत बदलने के लिए चुनाव में उतरी यूएसए से स्नातक बेटीगुरुग्राम। सौरभ सिंहशहर की सूरत बदलने का सपना लेकर वार्ड 33 से निगम चुनाव में उतरी तनीषा महलावत अमेरिका से स्नातक हैं। तनीषा ने यूएसए के...
शहर की सूरत बदलने के लिए चुनाव में उतरी यूएसए से स्नातक बेटीगुरुग्राम। सौरभ सिंहशहर की सूरत बदलने का सपना लेकर वार्ड 33 से निगम चुनाव में उतरी तनीषा महलावत अमेरिका से स्नातक हैं। तनीषा ने यूएसए के वेस्ट चेस्टर विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स एवं फाइनेंस विषय से स्नातक किया है। वहां से पढ़ाई पूरी कर वतन लौटी तनीषा के मन में शहर के हालात को लेकर बड़े सवाल हैं। पहला सवाल तो यह है कि जब निगम के पास पैसे की कमी नहीं है, इरादे भी नेक हैं तो यहां नागरिक सुविधाएं बदहाल क्यों हैं ? इसी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए वह चुनाव मैदान में उतर चुकी है। 23 साल की तनीषा अविवाहित हैं और मन में समाज सेवा का जज्बा है। वह इस जज्बे को हकीकत में अमलीजामा पहनाना चाहती है। तनीषा के मुताबिक वह रामराज लाने का दावा तो नहीं कर सकती, लेकिन सभी संसाधनों के बावजूद लोगों को सहूलियतें नहीं मिलती तो उसकी वजह जरूर बताएगी। पिता खुश हैं कि बेटी चौधरी बनेगीजाटों की विरादरी के पुरुषों को चौधरी कहा जाता है, लेकिन तनीषा के कारोबारी पिता कुलदीप सिंह का मानना है कि चुनाव जीतने के बाद उनकी बेटी सही मायने में चौधरी नाम की अहमियत को बाताएगी। तनीषा के मुताबिक उसके चुनाव लड़ने से उसके पिता बहुत खुश हैं। चुनाव संबंधी सभी औपचारिकताओं से लेकर चुनाव प्रचार तक काम वह खुद अपने दम पर कर रही है। उसके पिता अपने तरीके से वोट मांग रहे हैं। ने अक्सर कहते थे कि यहां कोई योग्य उम्मीदवार नहीं है। ऐसे में जब वह खुद मैदान में है तो पिता भी बड़े उत्साह के साथ उसके लिए वोट मांग रहे हैं। तनीषा की मां संगीता भी बड़े उम्मीदवारों के सामने अपनी बेटी को कड़ाई से मुकाबला करते देख आह्लादित है।