सख्ती: कैटल कैचर टीम के साथ का रहेगा पुलिस का दस्ता
आवारा पशु पकड़ने वाली टीम के साथ पुलिस भी रहेगी। इतना ही नहीं टीम के काम में बाधा डालने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि...
आवारा पशु पकड़ने वाली टीम के साथ पुलिस भी रहेगी। इतना ही नहीं टीम के काम में बाधा डालने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार को नाथुपुर में आवारा पशु पकड़ने वाली टीम पर कुछ लोगों की तरफ से किए गए हमले के मद्देजनर यह कदम उठाया गया है। इस हमले में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उपायुक्त के अनुसार सड़क पर घूमते पाए जाने वाले आवारा पशुओं को पकड़ेन वाली टीम के साथ अब पुलिस की टीम भी मौजूद रहेगी। उपायुक्त ने गुरुवार को साइबर सिटी की सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त करने, वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाईसेंस बनवाने, पीएनडीटी एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने, सीएम विंडो पर मिलने वाली शिकायतों के निपटारे, जिला के शहरी क्षेत्र को खुले में शौचमुक्त बनाने आदि विषयों पर अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सड़क पर छोड़ दे हैं पशु: जिला की सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त करने के काम की समीक्षा के दौरान पशु पालन विभाग की उपनिदेशक डॉ. पुनिता ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि बुधवार को गांव नाथुपुर के पास डीएलएफ क्षेत्र में आवारा पशुओं को पकड़ने गई कैटल कैचिंग टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। यह माना जा रहा है कि लोग अपने दुधारू पशुओं का दूध निकालकर सड़कों पर छोड़ देते हैं और संभवत: उन्ही लोगों ने हमला किया है। इसे गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने उसी समय बैठक में मौजूद पुलिस उपायुक्त मुख्यालय दीपक गहलावत को निर्देश दिए कि वे कैटल कैचिंग टीम के साथ पुलिस की टीम भी लगाएं और इस कार्य में दखल देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। उपायुक्त ने कहा कि सड़कों पर आवारा पशुओं के आने से वाहन दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है और इस समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने सड़कों को आवारा पशुओं से मुक्त करने का निर्णय लिया है। इस कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है और इसमें कोई भी व्यक्ति व्यवधान या बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। आवारा पशु हैं समस्या: - 2500 के करीब आवारा पशु है जिले में - 1500 के करीब पशु नगर निगम क्षेत्र में हैं शिलानी गोशाला जाएंगी गायें: काटरपुरी गऊशाला में मौजूद 500 गायों को शिलानी गोशाला भेजा जाएगा। इसी प्रकार कुछ गाय दौलताबाद तथा संघेल गोशालाओं में भी भेजी जाएंगी ताकि काटरपुरी गोशाला में और पकड़े जाने वाले आवारा पशुओं व गायों के लिए पर्याप्त जगह बन सके। एक अनुमान के अनुसार पटौदी क्षेत्र में 67, हेलीमंडी में 86 तथा फर्रुखनगर में 228 आवारा पशु और गाय होने का अनुमान है।