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किसानों की मौत पर इनेलो ने मध्य प्रदेश के सीएम का पुतला फुंका

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाताइंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फुंककर विरोध जताया। पिछले दिनों मंदसौर में किसानों की मौत...

किसानों की मौत पर इनेलो ने मध्य प्रदेश के सीएम का पुतला फुंका
हिन्दुस्तान टीम,गुड़गांवFri, 16 Jun 2017 06:18 PM
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गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाताइंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फुंककर विरोध जताया। पिछले दिनों मंदसौर में किसानों की मौत के विरोध पर इनेलो ने प्रदेश के हर जिले में विरोध प्रदर्शन किया। सुबह बारिश के बीच इनेलो कार्यकर्ता कार्यालय सेक्टर 12 पर एकत्र हुए। यहां से मुख्य डाकखाना चौक पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर सीएम शिवराज का पुतला फुंका। इसके साथ ही राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार नौरंग राय को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में कहा कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के पूर्व भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में घोषणा की थी। हरियाणा विधानसभा चुनावों से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए स्वामीनाथन रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू करने का वादा किया था। देश के किसान इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि कांग्रेस से भिन्न होने का दावा करने वाली भाजपा अपने घोषणा पत्र की सुचिता को बनाए रखेगी। लेकिन भाजपा ने सत्ता प्राप्त करने के बाद न केवल अपने वादे को लागू करने में अपनी असमर्थता व्यक्त की। किसानों को यह कह कर लुभाने का प्रयास किया कि वर्ष 2022 तक उनकी आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी। किसान कृषि से होने वाली आमदनी पर ही निर्भर रहता है। जब खेती निरंतर घाटे का सौदा बन जाए। तब उस कर्ज और उसके तनाव से निपटना किसान के लिए बहुत कठिन हो जाता है। इसी का परिणाम है किसान आत्महत्या करने के लिए विवश हो रहा है। आज मध्यप्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र सहित सभी राज्यों के किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। इस मौके पर पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचन्द गहलोत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंतराम तंवर, रमेश दहिया, जिलाध्यक्ष किशोर यादव, हल्काध्यक्ष शैलेश खटाणा, महेश चौहान, शमशेर कटारिया, शशी धारीवाल, सन्तलाल जोतरीवाल, देवा प्रधान, रामे प्रधान, निहाल सिंह धारीवाल, मेहरचन्द दायमा, दलबीर धनखड़, कपिल त्यागी, अतर सिंह रूहिल, स्वर्ण धनखड़, नरेश सहरावत, भूपेन्द्र सुखराली समेत अन्य लोग शामिल थे।

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