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90 फीसदी के बावजूद चेहरे पर शिकन

अब 90 फीसदी तक अंक प्राप्त करने वालों छात्रों को डर है कि उन्हे किसी कॉलेज में अपना मन पसंद विषय मिलेगा या नहीं। सीबीएसई बोर्ड के 12वीं के नतीजे जारी हो गए। इस बार पिछले साले के मुकाबले रिजल्ट आधा...

90 फीसदी के बावजूद चेहरे पर शिकन
Center,DelhiSun, 28 May 2017 09:35 PM
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अब 90 फीसदी तक अंक प्राप्त करने वालों छात्रों को डर है कि उन्हे किसी कॉलेज में अपना मन पसंद विषय मिलेगा या नहीं। सीबीएसई बोर्ड के 12वीं के नतीजे जारी हो गए। इस बार पिछले साले के मुकाबले रिजल्ट आधा फीसदी बेहतर रहा है। इतना ही नहीं 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। ऐसे में 90 फीसदी तक अंक प्राप्त करने के बावजूद छात्रों के चेहरे पर शिकन दिखाई देने लगी है। दरअसल सीबीएसई में 12वीं परीक्षा पास करने के बाद अधिकतर छात्र डीयू से आगे की पढ़ाई करते हैं। छात्राओं के अंक ज्यादा होने के कारण डीयू की मेरिट लिस्ट भी काफी ऊंची जाती है। अब 90 फीसदी तक अंक प्राप्त करने वालों छात्रों को डर है कि उन्हे किसी कॉलेज में अपना मन पसंद विषय मिलेगा या नहीं। दिल्ली पब्लिक स्कूल में 93 फीसदी अंक प्राप्त करने वाली मीनाक्षी का कहना है कि जिस हिसाब से रिजल्ट बेहतर हुआ है उससे साफ ही डीयू की मेरिट भी हाई होने वाली हैं। ऑनर्स में बेहतर स्कूल मिले इसके उम्मीद नहीं है। अधिकतर कॉलेजों में 97-98 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को ही दाखिला मिल पाता है। अमित शर्मा के मुताबिक 90 फीसदी तक अंक प्राप्त तो कर लिए लेकिन उनका कोई फायदा नहीं है। अब अच्छे कॉलेज के लिए कम से कम 95 फीसदी से कम अंक नहीं चाहिए। सीबीएसई बोर्ड में तो मेरिट आधे फीसदी में ही काफी हाई हो जाती है। इसका सीधा असर डीयू की मेरिट पर पड़ता है। इन सब आंकड़ों को देखते हुए 90 से 95 फीसदी तक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के चेहरों पर पास होने की खुशी तो थी लेकिन आगे के दाखिले को लेकर चेहरे पर शिकन दिखाई दी।

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