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वेदों की पढ़ाई के लिए दूधेश्वरनाथ के बच्चे गए बालाजी

वेदों की पढ़ाई के लिए दूधेश्वरनाथ वेद विद्यालय संस्थानम के आठ छात्र श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय तिरुपति बालाजी गए हैं। ये छात्र यहां सामवेद और ऋग्वेद का अध्ययन कर रहे थे। अगर इन छात्रों ने...

वेदों की पढ़ाई के लिए दूधेश्वरनाथ के बच्चे गए बालाजी
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादMon, 26 Jun 2017 11:18 PM
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वेदों की पढ़ाई के लिए दूधेश्वरनाथ वेद विद्यालय संस्थानम के आठ छात्र श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय तिरुपति बालाजी गए हैं। ये छात्र यहां सामवेद और ऋग्वेद का अध्ययन कर रहे थे। अगर इन छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया तो बालाजी में नौकरी का भी प्रस्ताव मिल सकता है। दूधेश्वरनाथ मंदिर प्रबंधन इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा मुहैया कराता है, साथ ही छात्रवृत्ति भी देता है। इस साल संस्थान में 25 बच्चों को दाखिला मिलेगा। दूधेश्वरनाथ मंदिर दूधेश्वरनाथ वेद विद्यालय संस्थानम चलाता है। इस समय इसमें 105 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यहां वेदों की पढ़ाई के साथ अन्य विषय भी पढ़ाए जाते हैं। यहां बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। इस विद्यापीठ को महर्षि संदीपनि राष्ट्र वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन से संबद्ध कराया गया है। इसके अलावा यहां के छात्रों को सपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शास्त्री, आचार्य आदि की पढ़ाई कराई जाती है। यहां के बच्चे देश-विदेश में संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। यहां से निकले आठ बच्चे श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय तिरुपति बालाजी में शिक्षा ग्रहण करने गए हैं। ये विद्यार्थी भी पढ़ रहे हैं तिरुपति में दूधेश्वरनाथ वेद विद्यापीठ से सबसे पहले तोयराज उपाध्याय का चयन श्री वेंकटेश्वर वेद विद्यापीठ के लिए हुआ था। इसके बाद आठ और छात्रों का चयन का यहां के लिए हुआ है। वहां विनय, मुकेश, शिवम, ऋषभ, गणेश चंद्र पाण्डा, रामजी, श्यामजी और लोकराज भट्ट अध्ययन कर रहे हैं। इसमें मुकेश, शिवम, श्याम जी व लोकराज सामवेद की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि विनय व रामजी ऋगवेद का अध्ययन कर रहे हैं। सबसे पहले तोयराज ने किया नाम रोशन पंडित तोयराज उपाध्याय 2002 में दूधेश्वर वेद विद्यापीठ आए। मूलत: नेपाल के रहने वाले उपाध्याय ने 2009 तक यहां शिक्षा ग्रहण की। 2009 अगस्त में तोयराज का चयन श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय तिरुपति बालाजी में हो गया। यहां से उन्होंने घन पाठ (वेदों की शिक्षा) पूरा किया। उन्हें कई संस्थानों से नौकरी के प्रस्ताव मिल रहे हैं। श्री वेंकटेश्वर वेद विश्वविद्यालय से उन्हें 40 हजार रुपये प्रति माह की नौकरी का प्रस्ताव मिला था। विद्यापीठ में प्रवेश के लिए मारामारी इस साल यहां पर 25 बच्चों का प्रवेश होना है। महंत नारायण गिरी ने बताया कि 25 सीटों के लिए करीब दो हजार आवेदन आए हैं। सात से 11 साल तक के बच्चों को यहां प्रवेश मिलता है। यहां बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। पिछले साल यहां के छात्र पंडित तोयराज को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया था। वेदों की पढ़ाई के बाद मिलते हैं तमाम मौके दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि वेदों की पढ़ाई के बाद वेद विद्यापीठ में नौकरी मिल जाती है। विद्वान पंडितों की मांग विदेशों में भी रहती है। इस विद्यापीठ के दर्जनों पुजारी विदेशों में पूजा-पाठ करा रहे हैं। छात्रवृत्ति के साथ प्रोत्साहन राशि भी मिलती है। यही कारण है कि यहां के पढ़ने के लिए लोग आ रहे हैं।

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