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चेयरमैन की हत्या के लिए सुपारी लेने वाला धरा

अपराध जांच शाखा, मुख्यालय, सेक्टर-30 ने हत्या, हत्या के प्रयास और लूट के 16 मामलों में फरार चल रहे गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि गाजियाबाद में चेयरमैन की...

चेयरमैन की हत्या के लिए सुपारी लेने वाला धरा
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादMon, 26 Jun 2017 07:38 PM
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अपराध जांच शाखा, मुख्यालय, सेक्टर-30 ने हत्या, हत्या के प्रयास और लूट के 16 मामलों में फरार चल रहे गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि गाजियाबाद में चेयरमैन की हत्या करनी थी, वहां हारे हुए प्रत्याशी ने 25 लाख रुपये की सुपारी देने की पेशकश की थी, वहीं ग्रेटर फरीदाबाद में दो भाइयों की हत्या का षड्यंत्र रचा था। आरोपी से दो पिस्तौल, एक कट्टा और 13 कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान दिल्ली के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नत्थूपुरा निवासी बिजेंद्र के रूप में हुई है। आरोपी को अपराध जांच शाखा प्रभारी सतेंद्र रावल की टीम ने सेक्टर-16 की मार्केट से गिरफ्तार किया था। आरोपी ने वर्ष 2016 में दिवाली की रात को लूटपाट के इरादे से अपने दो साथियों के साथ चार व्यक्तियों पर गोली चलाई थी, जिसमें से दो की मौत हो गई थी। इस मामले में आरोपी का एक साथी आरिफ पहले गिरफ्तार हो चुका है। गाजियाबाद और ग्रेटर फरीदाबाद में करनी थीं तीन हत्याएं: गिरफ्तार आरोपी ने रहस्योद्घाटन किया है कि गाजियाबाद इलाके में एक व्यक्ति चेयरमैन का चुनाव हार गया। उसने चेयरमैन की हत्या करने के बदले 25 लाख रुपये देने के लिए कहा था, लेकिन उसे और ज्यादा रकम चाहिए थी। हत्या करने के इरादे से वह गाजियाबाद और मुरादनगर में दो महीने एक फार्म हाउस में रहा था। वहीं फरीदाबाद में नचौली निवासी मनोज और कुलभूषण की हत्या करनी थी। अपराध जांच शाखा प्रभारी ने बताया कि पहले मनोज नचौली उसके गिरोह में था। उन्होंने मिलकर वर्ष 2013 में कांवरा के सरपंच पर हमला कर उसके हाथ-पैर तोड़ दिए थे। बाद में गैंगस्टर को पता चला कि हमले के लिए मनोज ने 5 लाख रुपये लिए थे, जबकि उसे उसका हिस्सा नहीं दिया गया था। इस कारण वह उनसे रंजिश रखता था। आरोपी फरारी के वक्त मथुरा के शेरगढ़, मुरादनगर और चंबल में रहा था। वहीं चंबल से ही हथियार और कारतूस खरीदे थे। आरोपी चंबल में केदार गुर्जर गिरोह के संपर्क में है। गुरुग्राम के फौजी गिरोह में शामिल था: आरोपी वर्ष 2004 में गुरुग्राम में सक्रिय रहे फौजी गिरोह में शामिल था। फौजी के एनकाउंटर के बाद आरोपी ने मनोज नचौली और भारत कॉलोनी निवासी शंभू के साथ अपना गिरोह तैयार कर लिया था। आरोपी पर गुरुग्राम, दिल्ली, फरीदाबाद धौलपुर में हत्या का प्रयास, लूटपाट, हत्या के प्रयास, चोरी और गुंडा टैक्स न देने पर गोली चलाने सहित 16 मामले दर्ज हैं। एक भी मामले में आरोपी को सजा नहीं हुई है। ---- 'गाजियाबाद के जिस चेयरमैन की सुपारी ली गई थी। गैंगस्टर को उसका नाम नहीं पता है, लेकिन जिसने सुपारी दी थी, उसका नाम पुलिस के पास आ चुका है। पुलिस ने उसके ठिकाने पर गाजियाबाद में छापेमारी की है। आरोपी फरार है। सतेंद्र रावल, प्रभारी, अपराध जांच शाखा, मुख्यालय सेक्टर-30

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