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शहर में गंदगी को लेकर सदन में हंगामा

स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में चारो ओर फैली गंदगी को लेकर पार्षदों ने शुक्रवार को आयोजित की गई नगर निगम सदन की चौथी बैठक में जोरदार हंगामा किया। स्मार्ट सिटी में गली-गली और मौहल्लों में फैली गंदगी और उसके...

स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में चारो ओर फैली गंदगी को लेकर पार्षदों ने शुक्रवार को आयोजित की गई नगर निगम सदन की चौथी बैठक में जोरदार हंगामा किया। स्मार्ट सिटी में गली-गली और मौहल्लों में फैली...
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स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में चारो ओर फैली गंदगी को लेकर पार्षदों ने शुक्रवार को आयोजित की गई नगर निगम सदन की चौथी बैठक में जोरदार हंगामा किया। स्मार्ट सिटी में गली-गली और मौहल्लों में फैली...
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हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादFri, 17 Nov 2017 08:53 PM
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स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में चारो ओर फैली गंदगी को लेकर पार्षदों ने शुक्रवार को आयोजित की गई नगर निगम सदन की चौथी बैठक में जोरदार हंगामा किया। स्मार्ट सिटी में गली-गली और मौहल्लों में फैली गंदगी और उसके कारण फैल रही बीमारियों से परेशान आम आदमी की पीड़ा को सभी पार्षदों ने सदन के पटल पर बेहद मानवीय संवेदनाओं को रोषित रूप में रखा। पूरा सदन शर्म करो-शर्म करो और डूब मरो जैसे नारों से गुंजाएमान रहा। इसके अलावा शहर के कई चौराहों के नाम बदलने को मंजूरी दी गई। साथ ही सभी वार्डों के रखे गए मदो के विकासशील प्रस्ताव को पारित किया गया। नगर निगम सभागार में शुक्रवार को महापौर सुमनबाला की अध्यक्षता में आयोजित की गई नगर निगम सदन की चौथी बैठक में सभी पार्षदों ने शहर की विकट समस्याओं गंदगी, पेयजल, पानी निकासी, अवैध कब्जे, और भ्रष्टाचार आदि जैसे मामले उठाए। देर शाम करीब साढ़े छह बजे तक चली बैठक में करीब 107 मद रखे गए। बैठक में पार्षद धनेश अदलक्खा को छोड़कर महापौर, वरिष्ठ उपमहापौर, उपमहापौर समेत 39 पार्षद उपस्थित रहे। नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता के नेतृत्व में अधिकारियों ने पार्षदों के प्रश्नों जवाब देने का प्रयास किया।

स्मार्ट सिटी में चारों ओर लगे हैं गंदगी के टीले

पार्षदों ने स्मार्ट सिटी में चारों ओर गंदगी के ढेर होने पर सदन में हंगामा किया। पार्षद विकास भारद्वाज और संदीप भारद्वाज ने सदन में गंदगी के ढेरों की तस्वीर प्रस्तुत की। मांस विक्रेताओं की गंदगी के कारण छात्राओं के बेहोश और बीमार होने का मामला सदन में उठाया। वार्ड-आठ की पार्षद ममता कविंद्र ने डबुआ कॉलोनी में गंदगी के टीलों की तस्वीर प्रस्तुत की। नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता ने मांस की दुकानों को हटाने और पूरे शहर में सफाई का आश्वासन देकर पार्षदों को शांत किया।

सफाई कर्मचारियों के आंकड़ों पर भिड़े पार्षद और अधिकारी

सभी पार्षद सफाई कर्मचारियों से प्रताड़ित दिखाई दिए। और अधिकारी गण भी सफाई कर्मचारी यूनियन से भयभीत दिखे। पार्षद राकेश भड़ाना और महेंद्र सरपंच ने सफाई कर्मचारियों की संख्या पर सवाल उठाए। आखिर कितने सफाई कर्मचारी नगर निगम में हैं। इसकी सही जानकारी दी जाए। पार्षद ने बताया कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग से 4240 सफाई कर्मचारी होने की जानकारी दी गई। जबकि सभी 40 वार्डों में जो संख्या नियुक्त की गई है। वह 2740 है। ऐसे में 1500 सफाई कर्मचारी कहां काम कर रहे हैं? इसकी जांच की जाए।

अधिकारी मौन बने रहे, एसडीओ ने माफी मांगी

फरीदाबाद नगर निगम के 23 साल के इतिहास में यह पहला मौका था, जब अधिकारी वर्ग पार्षदों के सामने बेबस और अपराधी की तरह दिखाई दिया। शहर में फैली गंदगी पर किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। गुस्साए एक उपमंडल अधिकारी ने भरे सदन में पार्षदों को चेतावनी देते हुए कहा कि बहुत हुई राजनीति अब उनके मुताबिक काम होगा। इस पर पार्षद बिगड़ गए और फिर एसडीओ नवल सिंह ने पूरे सदन से माफी मांगी और उनका तबादला के आदेश जारी किए गए।

बिना झाडू चल रहे सफाई अभियान

पार्षद सोमलता ने कहा कि उनके वार्ड में सफाई अभियान चल रहा है। लेकिन सफाई कर्मचारियों के पास झाडू नहीं है। अधिकारी क्यों आम लोगों को देश को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को मूर्ख बना रहे हैं। मामला उठा तो खुलासा हुआ कि बीते तीने महीने से पचास फीसदी कर्मचारियों के पास झाडू और सफाई के लिए अन्य उपकरण नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारी ने जवाब दिया कि इसकी खरीदारी में सफाई कर्मचारी यूनियन को शामिल किया इसलिए देरी हुई। सोमवार से कर्मियों को उपकरण दे दिए जाएंगे।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर पार्क को नहीं मिली मंजूरी

सेक्टर-22 व 23 के बीच पार्क का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर करने के प्रस्ताव का संबंधित पार्षद जयवीर खटाना ने जमकर विरोध किया। यह प्रस्तवा कार्यकारी अभियंता ने क्यों रखा? और इस पार्क में इस नाम के बोर्ड पहले ही लगा दिए हैं। इसलिए इस प्रस्ताव का कोई औचित्य नहीं है। वरिष्ठ उपमहापौर देवेंद्र ने इस पर पूरे सदन का मत जानने का प्रयास किया। लेकिन सभी निर्दलीय पार्षद और कुछ भाजपा के पार्षद इस मुद्दे पर पार्षद जयवीर खटाना के साथ हो गए। और पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क को मंजूरी नहीं मिली। इसी प्रकार नगर निगम सभागार का नाम डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर करने और बीके चौक पर उनकी मूर्ति लगाने का प्रस्ताव भी कानूनविदो से परामर्श तक के लिए लंबित कर दिया।

बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध शुरू

फरीदाबाद। नगर निगम सदन की बैठक में सफाईकर्मियों के खिलाफ पार्षदों का उग्र रूप देखकर सफाई कर्मचारी यूनियन ने आपात बैठक की। बैठक में कर्मचारी नेताओं ने सदन में लिए गए सफाई कर्मचारियों के खिलाफ निर्णयों को अमानवीय करार दिया और इसका विरोध करने की रणनीति पर काम शुरू किया।

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