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बीके में मुफ्त में ब्रेस्ट कैंसर की जांच की जाएगी

बादशाह खान अस्पताल में शनिवार से ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की मुफ्त जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग और रोटरी क्लब (मीड टाउन) मिलकर यह सुविधा देंगे। इसे प्रत्येक महीने के प्रथम और अंतिम सप्ताह में आधुनिक...

बीके में मुफ्त में ब्रेस्ट कैंसर की जांच की जाएगी
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादThu, 29 Jun 2017 09:16 PM
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बादशाह खान अस्पताल में शनिवार से ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की मुफ्त जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग और रोटरी क्लब (मीड टाउन) मिलकर यह सुविधा देंगे। इसे प्रत्येक महीने के प्रथम और अंतिम सप्ताह में आधुनिक उपकरणों वाली वैन को लगाकर जांच की जाएगी। इसे ओपीडी के सामने खड़ा किया जाएगा। इस दौरान अधिकतम 30 महिलाओं की जांच की जा सकेगी। दरअसल, स्मार्ट सिटी की महिलाएं सबसे ज्यादा कैंसर की चपेट में आ रही हैं। इनमें भी युवतियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन डॉ. गुलशन अरोड़ा और रोटरी क्लब (मीड टाउन) के प्रधान अनील बेहल ने विशेष जांच अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत बीके अस्पताल के ओपीडी में आने वाली महिला कैंसर रोगियों का मुफ्त मेमोग्राफी टेस्ट किया जाएगा। अगर किसी में कैंसर के लक्षण पाया जाता है, तो उसे दिल्ली या पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया जाएगा। ------------------------ बदलती जीवन शैली बनी वायरस मोटापा बढ़ना, कसरत नहीं करना,12 वर्ष से पहले लड़कियों का मासिक धर्म शुरू होना और जीवन शैली में हो रहे बदलाव इसका मुख्य कारण हैं। निजी अस्पताल के एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष जिले में 20 से 29 आयुवर्ग की युवतियों में 0.3 फीसदी ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत पाई गई हैं। जबकि सबसे अधिक शिकायत 50 से 59 आयुवर्ग की महिलाओं में पाया जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रथम चरण में इसकी पहचान होने पर ठीक होने की संभावना रहती है। -------------------------------------- कैंसर के मुख्य कारण महिलाओं के शरीर में केमिकल परिवर्तन होने लगता है। इस दौरान कुछ महिलाओं में सेल टूटने लगते हैं, नए सेल नहीं बनते हैं। इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता उनकी कमजोर हो जाती है। वहीं, कुछ युवतियों में एक से दो फीसदी परिवार की हिस्ट्री पर भी निर्भर करता है। केमिकल युक्त भोजन भी इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। सेल टूट कर एक जगह एकत्रित होने लगता है। जो बाद में घाव का रूप लेकर कैंसर में तबदील हो जाता है। नवजात शिशुओं को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं कराने से यह खतरा बढ़ जाता है और स्तन में गांठ बनने लगती हैं। कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. एके रंगा: बीके अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए आते हैं। यहां जांच की सुविधाएं नहीं है। इसे शुरू होने के बाद महिलाओं को काफी लाभ होगा। पिछले कुछ वर्षों से इनमें कैंसर की शिकायत बढ़ी है। इनमें सबसे अधिक बे्रस्ट कैंसर की है। किस आयुवर्ग में ज्यादा है कैंसर 20-30 आयुवर्ग : 0.3 फीसदी 30-39 आयुवर्ग : 5.9 फीसदी 40-49 आयुवर्ग : 24.7 फीसदी 50-59 आयुवर्ग : 29.1 फीसदी 60-69 आयुवर्ग : 20.3 फीसदी 70-79 आयुवर्ग: 13.9 फीसदी 80-89 आयुवर्ग : 5.9 फीसदी जिले में कैंसर के संभावित मरीजों की संख्या वर्ष 2012: 1200 मरीज वर्ष 2013 : 1600 मरीज वर्ष 2014 : 2000 मरीज वर्ष 2015: 2500 मरीज वर्ष 2016 : 3480 मरीज राजकीय अस्पताल में मार्च 2016 से 2017 तक रोगियों की संख्या बच्चेदानी : 817 ब्रेस्ट : 532 फेफडे़ : 247 मुंह : 103 अन्य : 274 (स्रोत स्वास्थ्य विभाग) --------------------- बीके में वर्ष 2015 में पहुंचे 55 मरीज कुल कैंसर के मरीज: 55 सामान्य: 32 ब्रेस्ट कैंसर: 23 स्त्रोत: बीके अस्पताल ------------------ कैंसर से हुई मौत वर्ष 2013: 138 वर्ष 2014: 153 (स्त्रोत: बीके अस्पताल) ----------------- निजी जांच केंद्र में मेमोग्राफी दर : दो हजार रुपये

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