पाकिस्तान में जाधव की जान खतरे में थी: भारत
पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की रोक के बाद भारत ने स्पष्ट किया है कि पाक के असहयोग के चलते उसे यह कदम उठाना पड़ा। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जाधव का...
पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की रोक के बाद भारत ने स्पष्ट किया है कि पाक के असहयोग के चलते उसे यह कदम उठाना पड़ा। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जाधव का जीवन खतरे में है। हमें नहीं पता वह किस हाल में है, ऐसे में सोच-समझ कर यह कदम उठाया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि जाधव से संपर्क के लिए 16 बार अनुरोध करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 27 अप्रैल को जाधव के परिजनों को वीजा दिलाने के लिए सरताज अजीज को पत्र लिखा, लेकिन उस पर कोई जवाब नहीं मिला। जाधव पर सैन्य अदालत में चले केस के दस्तावेज तक नहीं दिए गए।
बागले के मुताबिक, जाधव ने सजा के खिलाफ अपील की है या नहीं, इसकी भी उसे कोई जानकारी नहीं है। जाधव के परिवार ने सजा के खिलाफ अपील के साथ क्षमादान की याचिका दी थी, जिसका भी कोई जवाब नहीं आया।