उपराष्ट्रपति चुनावः NDA उम्मीदवार वेंकैया नायडू और UPA के गोपाल कृष्ण ने गांधी किया नामांकन
भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके नामांकन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण...
भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके नामांकन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत कई नेता मौजूद थे। उधर विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इससे पहले सोमवार की रात अमित शाह ने की इसकी घोषणा की थी। उन्होंने एनडीए के सभी सहयोगी दलों की इसकी सूचना दी, जिसका सभी ने स्वागत किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नायडू से इस बारे में रविवार को चर्चा की थी और सोमवार सुबह प्रधानमंत्री ने उनसे बात की थी। संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद शाह ने नायडू को उम्मीदवार बनाए जाने का ऐलान किया। नायडू के नाम की घोषणा के बाद रात को ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
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उन्होंने कहा कि 68 वर्षीय नायडू देश के व भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं। संसदीय बोर्ड की बैठक में नायडू खुद मौजूद थे। बैठक में उनका नाम करते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य सभी सदस्यों ने उनको बधाई दी। शाह ने कहा कि नायडू ने किसान परिवार से निकल कर 25 साल के संसदीय जीवन में देश की सेवा की है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान के बेटे वेंकैया नायडू के पास लंबा संसदीय अनुभव है जो राज्यसभा के सभापति के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में उनकी मदद करेगा। पूरी राजनीतिक बिरादरी में उन्हें सराहा जाता है। वह उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं।
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विपक्ष के उम्मीदवार हैं गोपालकृष्ण गांधी
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि ये चुनाव एकतरफा नहीं होगा।
पूर्व आईएएस अधिकारी रहे गोपालकृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र हैं। उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ और सत्यमेव जयते का काफी महत्व है। ये देश का आईना है। उन्होंने कहा कि सत्य का हमेशा महत्व है। सत्य की हमेशा जीत होती है। गौरलतब है कि कांग्रेस समेत 18 विपक्षी दलों की बैठक में गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया गया था।
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कौन हैं गोपालकृष्ण गांधी
71 वर्षीय गोपालकृष्ण गांधी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। वे बंगाल के पूर्व गवर्नर भी रह चुके हैं। वे बंगाल के 22 वें गवर्नर थे। 2004 से 2009 तक इस पद पर कार्यरत रहे। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं। इनका जन्म 22 अप्रैल 1945 को हुआ था। भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व सदस्य के रूप में उन्होंने अन्य प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों के बीच भारत के राष्ट्रपति के सचिव के रूप में सेवा दी। वे दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में उच्चायुक्त के रूप में भी कार्यरत रहे।