फिर एनडीए में नीतीश: जानिए कैसे नजदीक आए पीएम मोदी और सीएम नीतीश
शनिवार को एक बार फिर चार वर्ष के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस यानी एनडीए का हिस्सा बन गए। जून 2013 को जब बीजेपी ने...
Nitish Kumar closer to PM Modi
शनिवार को एक बार फिर चार वर्ष के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस यानी एनडीए का हिस्सा बन गए। जून 2013 को जब बीजेपी ने गोवा में हुए पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना, तो नीतीश कुमार ने नाराज होकर एनडीए से अलग होने का मन बनाया। बिहार में भी बीजेपी और जेडीयू की राहें जुदा हो गईं। एक माह पहले सारे समीकरण बदल गए और बिहार की राजनीति में बीजेपी की वापसी हुई और अब फिर से जेडीयू और एनडीए साथ-साथ हैं। जानिए कैसे पिछले दो वर्षों में राजनीति पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार को करीब लेकर आई।
पीएम मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता कोई
पिछले महीने जब बीजेपी और जेडीयू ने फिर से हाथ मिलाया और सरकार बनाई तो नीतीश कुमार ने एक अहम बयान दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि इस समय देश की राजनीति में कोई भी ऐसा नाम नहीं है जो पीएम मोदी का मुकाबला कर सके। नीतीश कुमार ने जो कहा वह कुछ इस तरह से था, 'किसी में भी क्षमता नहीं है तो फिलहाल नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सके।' नीतीश ने यह बात उस सवाल के जवाब के तौर पर कही थी जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या साल 2019 में पीएम मोदी फिर से सत्ता में लौटेंगे? नीतीश ने बिार के सीएम पद की शपथ लेने के बाद मीडिया के सामने यह अहम बात कही।
जब पीएम मोदी ने लिया सात बार नीतीश का नाम
बिहार में नवंबर 2015 में विधानसभा चुनाव हुए लेकिन इससे पहले जुलाई में पटना में इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च के एक कार्यक्राम के दौरान पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने एक साथ मंच साझा किया। यहां पर पीएम मोदी ने जमकर नीतीश की तारीफ की और अपने भाषण में सात बार उनका नाम लिया। बिहार के विकास के लिए सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को जितने भी सुझाव दिए और जितनी भी अनुरोध किए, उनकी मंच से जमकर तारीफ हुई। इस कार्यक्रम में मोदी और नीतीश कुमार लगातार एक दूसरे से बातचीत करते नजर आए। नीतीश की मौजूदगी में केंद्र सरकार की ओर से बिहार के लिए एक स्पेशल पैकेज के ऐलान की भी बात कही गई।
जब पीएम मोदी को बताया शेर की सवारी करने वाला
आठ नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया और उनके इस ऐलान ने नीतीश कुमार का दिल जीत लिया। विपक्ष और लालू प्रसाद यादव जहां पीएम मोदी के ख्रिलाफ खड़ा था तो नीतीश कुमार, पीएम मोदी का समर्थन करते नजर आ रहे थे। नीतीश ने पीएम मोदी के 500 और1000 रुपए का नोट बंद करने पर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसे शेर की सवारी कर रहे हैं जिससे उनका गठबंधन बिखर सकता है लेकिन उनके कदम के पीछे भावना सही है। हमें इसका सम्मान करना चाहिए।'
शराबबंदी पर तारीफ के साथ कहा नीतीश को थैंक्यू
जनवरी 2017 को गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश उत्सव पर पीएम मोदी, पटना साहिब पहुंचे। सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने जब पीएम मोदी पटना पहुंचे तो सीएम नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया। नीतीश ने पहले बोलते हुए गुजरात में शराबबंदी को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और गुजरात में शराब को बैन किया। इसके बाद पीएम ने नीतीश की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने खुद अपनी देख-रेख में प्रकाश उत्सव की तैयारियां करवाई हैं। साथ ही शराबबंदी पर भी पीएम ने अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का काम सिर्फ नीतीश का नहीं सभी का है। अगर सब साथ देंगे तो बिहार देश को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान देगा।