भारतीय कपड़ों की दास्तान पेश करेगा गूगल
गूगल एक आभासी प्रदर्शनी में भारतीय कपड़ों की सदियों पुरानी कहानी पेश करेगा। इससे हजारों साल पुराने वस्त्रों के इतिहास की जानकारी लोगों को मिल सकेगी। गूगल के वी वीयर कल्चर प्रोजेक्ट में लोग प्राचीन...
गूगल एक आभासी प्रदर्शनी में भारतीय कपड़ों की सदियों पुरानी कहानी पेश करेगा। इससे हजारों साल पुराने वस्त्रों के इतिहास की जानकारी लोगों को मिल सकेगी। गूगल के वी वीयर कल्चर प्रोजेक्ट में लोग प्राचीन रेशम मार्ग से तीन हजार साल पहले के कपड़ों से लेकर अब तक की भारतीय साड़ी की बेजोड़ सुंदरता के इतिहास के बारे में जानेंगे। गूगल इस प्रोजेक्ट के लिए भारत समेत दुनियाभर के 183 प्रसिद्ध सांस्कृतिक संस्थानों के साथ मिलकर काम रहा है।
गूगल कला एवं संस्कृति निदेशक अमित सूद ने कहा कि आप यह जानकर हैरान हो सकते हैं कि आपके वार्डरोब में साड़ी, जींस या ब्लैक ड्रेस की सदियों पुरानी कहानी है। आप जो पहनते हैं वह असली संस्कृति है और कला के एक नमूने से ज्यादा है।
कंपनी के अनुसार, इस ऑनलाइन प्रोजेक्ट में छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय और घार्चोला से लेकर पटोला, टेंपल, इकट साड़ी तक भारत के विविध कपड़ों के संग्रह प्रदर्शित होंगे। इसमें पूर्वोत्तर भारत के परिधान भी दिखाए जाएंगे जिसमें नगा, मेतेई जैसे आदिवासियों की पोशाक और खासी महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली मेघालय की पारंपरिक पोशाक धारा या नारा शामिल हैं।
इस प्रदर्शनी के हिस्से के तौर पर सालारजंग संग्रहालय की प्रदर्शनी में यह बताया जाएगा कि हैदराबाद में 19वीं सदी से शेरवानी कैसे निजामों के शाही फैशन का हिस्सा बनी।