ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशबायोमीट्रिक तकनीक अपनाने में भारत दुनियाभर में अव्वल

बायोमीट्रिक तकनीक अपनाने में भारत दुनियाभर में अव्वल

बायोमीट्रिक तकनीक के क्षेत्र में सुधार के साथ ही इसे अपनाने में भारत दुनियाभर में अव्वल देश रहा है। एचएसबीसी ने अपनी हालिया ट्रस्ट इन टेक्नोलॉजी रपट में ये कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक औसतन आधार पर...

बायोमीट्रिक तकनीक अपनाने में भारत दुनियाभर में अव्वल
एजेंसी,मुंबईSun, 28 May 2017 10:28 PM
ऐप पर पढ़ें

बायोमीट्रिक तकनीक के क्षेत्र में सुधार के साथ ही इसे अपनाने में भारत दुनियाभर में अव्वल देश रहा है। एचएसबीसी ने अपनी हालिया ट्रस्ट इन टेक्नोलॉजी रपट में ये कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक औसतन आधार पर अपनी पहचान के लिए आंखों की पुतली का इस्तेमाल किसी अन्य देश की तुलना में भारतीय तिगुना करते हैं। भारत में यह आंकड़ा नौ प्रतिशत है जबकि अन्य देशों में तीन प्रतिशत। भारत सरकार ने 2009 में आधार परियोजना शुरू की थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा बायोमीट्रिक संग्रहण कार्यक्रम है। 

नई तकनीक पर भरोसा
रपट के अनुसार जब नई तकनीक को अपनाने की बारी आती है तो पश्चिम की तुलना में एशिया और पश्चिमी एशिया के देश काफी आगे हैं क्योंकि इसे लेकर उनकी समझ बेहतर है और वह इस पर विश्वास को लेकर ज्यादा सकारात्मक हैं। बायोमीट्रिक उपयोग न सिर्फ ग्राहकों के रुझान से बढ़ा है बल्कि सरकार भी इसका बड़े पैमाने पर प्रसार कर रही हैं।

उंगलियों के निशान में चीन अव्वल
उंगलियों के निशान की तकनीक अपनाने के मामले में चीन 40 प्रतिशत के साथ अव्वल है। इसके बाद भारत में 31 प्रतिशत और संयुक्त अरब अमीरात में 25 प्रतिशत इस तकनीक का इस्तेमाल होता है।

11 देशों का अध्ययन
यह रपट 11 देशों के 12,019 लोगों की प्रतिक्रिया के आकलन पर तैयार की गई है। इसमें कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, भारत, मेक्सिको, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। 

क्या है बायोमीट्रिक तकनीक
बायोमीट्रिक तकनीक में पहचान के लिए व्यक्ति के शरीर के अंगों के डाटा का उपयोग किया जाता है। इसमें उंगलियों के निशान, आंखों की पुतली का स्कैन और रक्त का डीएनए इत्यादि शामिल है।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें