आप को झटका: घुग्गी ने छोड़ा केजरीवाल का साथ तो पार्टी ने उपकार संधू को निकाला
दिल्ली में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा की बगावत का मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगा है। पंजाब के नेता गुरप्रीत सिंह घुग्गी ने अरविंद केजरीवाल का साथ छोड़ दिया है,...
दिल्ली में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा की बगावत का मामला अभी शांत नहीं हुआ है कि आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगा है। पंजाब के नेता गुरप्रीत सिंह घुग्गी ने अरविंद केजरीवाल का साथ छोड़ दिया है, उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
Aam Aadmi Party's former Punjab convener Gurpreet Singh Ghuggi announces his resignation from primary membership of the party. pic.twitter.com/KNnNnK4Saa
— ANI (@ANI_news) May 10, 2017
उन्होंने इस्तीफे के साथ ही कहा है कि अब आम आदमी पार्टी में काम करना मुमकिन नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका भगवंत मान या किसी और से कोई विवाद नहीं है।
पंजाब के आप संयोजक के पद से हटाये जाने से वह नाराज चल रहे थे, दो दिन पहले ही उनको हटाकर भगवंत मान को संयोजक बनाया गया था।
आम आदमी पार्टी ने अमृतसर के अपने वरिष्ठ नेता उपकार सिंह संधू को कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निकाल दिया है। संधू ने एक दिन पहले ही संगरूर सांसद भगवंत मान को पार्टी की पंजाब इकाई का प्रमुख बनाए जाने की आलोचना की थी।
संधू ने अमृतसर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने कल पार्टी हाईकमान द्वारा मान को पार्टी की पंजाब इकाई का संयोजक बनाए जाने का विरोध किया था। मान ने एक बयान में कहा कि संधू को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से पार्टी से निकाला गया है। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक पार्टी की रीढ़ होते हैं लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संधू आप में शामिल होने से पहले शिरोमणी अकाली दल में थे। संधू ने पार्टी हाईकमान द्वारा मान को राज्य इकाई का प्रमुख बनाने की कदम की कल निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि इससे पार्टी स्वयंसेवकों के बीच मतभेद पैदा होगा।
घुग्गी ने कहा कि जिस तरीके से उनको पद से हटाया गया, उससे वह खिन्न हैं। वह उस शख्स के साथ काम नहीं कर सकते, जिसे इस शर्त पर संयोजक बनाया गया है कि वह शराब को हाथ नहीं लगाएगा। बड़े ही भारी मन से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है।
उन्होंने बताया कि पंजाब चुनाव के दौरान 54 पर्यवेक्षकों के खिलाफ शिकायत की गई थी लेकिन दिल्ली में कोई सुनने वाला नहीं था।
उन्होंने कहा कि भगवंत मान स्टेज पर अच्छा परफॉर्म करने वाले शख्स हैं लेकिन इस स्टेज पर वह ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि पार्टी की लगाम संभाल पाएं।