नक्सलवाद : जर्मनी-फ्रांस तक फैले नक्सलियों के समर्थक, सरकार कसेगी लगाम
नक्सली संगठनों को जर्मनी, फ्रांस, इटली, बेल्जियम, फिलीपींस, हालैंड और तुर्की जैसे देशों के माओवादी संगठनों से भी सहयोग मिलता है। भारत इन देशों से अपने अच्छे संबंधों का इस्तेमाल करके ऐसे तत्वों पर...
नक्सली संगठनों को जर्मनी, फ्रांस, इटली, बेल्जियम, फिलीपींस, हालैंड और तुर्की जैसे देशों के माओवादी संगठनों से भी सहयोग मिलता है। भारत इन देशों से अपने अच्छे संबंधों का इस्तेमाल करके ऐसे तत्वों पर नकेल कसने को कह सकती है, जो ¨हसा फैलाने वाले तत्वों को किसी न किसी रूप में समर्थन देते हैं।
सरकार कई देशों से संपर्क करेगी : नक्सलियों की जड़ पर प्रहार करने के लिए सरकार उन देशों से भी संपर्क करेगी जहां इनको वैचारिक खुराक और नैतिक समर्थन देने वाले संगठन मौजूद हैं। नक्सलियों को हथियारों की आपूर्ति रोकने व इनके वित्तीय स्नेतों को समाप्त करने के लिए सरकार उन लोगों पर नजर रख रही है जो नक्सलियों को किसी भी रूप में समर्थन देते हैं। गृह मंत्रलय के एक अधिकारी ने कहा, सरकार को इस बात की जानकारी है कि सीपीआई (माओवादी) और अन्य नक्सली गुटों के कई विदेशी माओवादी संगठनों से संपर्क हैं।
अभियान को मंजूरी मिली
गृह मंत्रलय के सूत्रों ने कहा कि सरकार नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को आक्रामक अभियान चलाने की मंजूरी दे चुकी है। पर जो भी चाहे, उन्हें मुख्यधारा में लौटने का विकल्प खुला रखा गया है।
सरकार चौतरफा घेरने में जुटी
सरकार नक्सली संगठनों और उनके प्रति सहानुभूति रखने वालों की चौतरफा घेरेबंदी की रणनीति बना रही है। हिंसा को बढ़ावा देने वालों को हर तरफ से हतोत्साहित करने की जरूरत है। केंद्र को जानकारी है कि भारत के नक्सल उग्रवादी संगठन, माओवादी पार्टियों के दक्षिण एशियाई संगठन के भी सदस्य हैं।
पाक की साजिश से सचेत
खुफिया एजेंसियां इस आशंका की पड़ताल भी कर रही हैं कि नक्सली समूह हिंसा फैलाने के लिए पाक समर्थित आतंकी गुटों की मदद हासिल कर रहे हैं।