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1962 वॉर:80 हजार चीनियों का 12 हजार भारतीय सैनिकों ने किया था मुकाबला

भारत-चीन की सीमा पर भले ही विवाद थम गया हो लेकिन 55 साल पहले आज के ही दिन दोनों देशों के बीच साल 19

Arunनई दिल्ली, लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 20 Oct 2017 01:33 PM

1962 युद्ध: जब 80 हजार चीनियों का 12 हजार भारतीय सैनिकों ने किया था मुकाबला

1962 युद्ध: जब 80 हजार चीनियों का 12 हजार भारतीय सैनिकों ने किया था मुकाबला1 / 2

भारत-चीन की सीमा पर भले ही विवाद थम गया हो लेकिन 55 साल पहले आज के ही दिन दोनों देशों के बीच साल 1962 में युद्ध शुरू हुआ था। इस युद्ध की मुख्य वजह हिमालय सीमा थी लेकिन कुछ अन्य मुद्दों ने भी भूमिका निभाई। इसमें वर्ष 1959 में तिब्बत के विद्रोह के बाद जब भारत ने दलाई लामा को शरण दी तो चीनी सीमा पर हिंसक घटनाएं शुरू हो गई।

चीनी सेना ने 20 अक्टूबर 1962 को लद्दाख में मैकमोहन रेखा पार करने के बाद हमले शुरू किए। इसके बाद चीनी सेना पश्चिमी क्षेत्र में चुशूल में रेजांग-ला और पूर्व में तवांग पर कब्जा कर लिया। चीन ने 20 नवम्बर 1962 को युद्ध विराम की घोषणा कर दी!

ये थी युद्ध की वजह
भारत-चीन युद्ध की सबसे बड़ी वजह है 4 हजार किलोमीटर की सीमा थी जो कि निर्धारित नहीं है इसे एलएसी कहते हैं। भारत और चीन के सैनिकों का जहां तक कब्जा है वही नियंत्रण रेखा है। जो कि 1914 में मैकमोहन ने तय की थी, लेकिन इसे भी चीन नहीं मानता और इसीलिए अक्सर वो घुसपैठ की कोशिश करता रहता है।

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युद्ध में भारत की ओर से 1383 सैनिक शहीद हुए

युद्ध में भारत की ओर से 1383 सैनिक शहीद हुए2 / 2

भारत चीन के बीच 1962 में हुए युद्ध में अगर दोनों देशों की बीच सैनिक क्षमता देखी जाए तो भारत की ओर से इस युद्ध में 10 से 12 हजार सैनिक उतरे थे। वहीं चीन की ओर से 80 हजार सैनिक युद्ध के मैदान भारत के खिलाफ लड़े। युद्ध के मैदान में भारत की अपेक्षा चीन लगभग 8 गुना अधिक सैनिकों के साथ उतरा था लेकिन उसे भारतीय सैनिकों की ओर से कड़ी टक्कर मिली। चौंकाने वाली बात ये रही कि दोनों देश के हताहत सैनिकों के संख्या में कोई बड़ा अंतर नहीं था।

युद्ध में भारत की ओर से 1383 सैनिक शहीद हुए। वहीं चीन के लगभग 722 सैनिक मारे गए। घायल सैनिकों की बात की जाए तो 1962 के युद्ध में चीन के सैनिक अधिक घायल हुए थे। चीन के लगभग 1697 सैनिक घायल हुए थे, वहीं भारत के 1,047 घायल हुए।

दोनों देशों के बीच अगर कुल क्षति की बात की जाए तो अधिक अंतर नहीं था। भारत के इस युद्ध में घायल और मरने वालों की संख्या 2430 थी वहीं चीन के घायल और मरने वाले सैनिकों की संख्या 2417 थी।