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गजब का है यह पेपर आर्ट

तुमने पेपर पर कई बार चित्र बनाए होगे, पर पेपर से ही कोई कलाकर चित्र उकेर दे तो! तुम हैरान रह जा

Karunaहिन्दुस्तान फीचर टीम ,नई दिल्ली Fri, 13 Oct 2017 12:00 PM

पेपर क्विलिंग

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मॉस्को की 34 साल की यूलिया ब्रोद्सकाया ने पेपर और गोंद की मदद से इन अचंभित कर देने वाली रंगीन रचनाओं को उकेरा है। इन्हें देख कर ऐसा लगता है कि ये तस्वीरें बोलती हैं। यूलिया को पेपर से बनाई जाने वाली ड्रॉइंग के साथ उनमें जान डाल देने वाले कलाकार के तौर पर भी जाना जाता है। इसे थ्रीडी ड्रॉइंग का नाम दिया जाए तो गलत नहीं होगा। 
यूलिया तीन स्टेप्स को फॉलो कर  इन चित्रों को जीवंत रूप देती हैं। पहला स्टेप है पेपर काटना, दूसरा है फोल्ड करना और तीसरा है गोंद की मदद से फोल्ड किए हुए पेपर को किसी सतह पर चिपका एक नया रूप देना। इस आर्ट को पेपर क्विलिंग कहा जाता है। 

अठारहवीं सदी में हुई थी पेपर क्विलिंग की शुरुआत

अठारहवीं सदी में हुई थी पेपर क्विलिंग की शुरुआत2 / 3

तुम्हें बता दें कि इस कला की शुरुआत अठारहवीं सदी में ही हो गई थी। दरअसल नन और भिक्षुओं द्वारा किताबों के कवर को सुंदर बनाने के लिए पेपर की सहायता से यही कलाकारी की जाती थी। तभी से यह कला प्रचलित हो गई।

यहां से मिली इस कला की प्रेरणा

यहां से मिली इस कला की प्रेरणा3 / 3

यूलिया को इस कलाकारी का आइडिया तब आया, जब दस साल पहले उन्हें एक ब्रोशर में अपने नाम को अलग तरीके से लिखना था, कुछ ऐसा, जो उसकी कलाकारी को दर्शाता हो। कई वर्षों बाद उन्हें स्कूल के समय के दिनों में बनाए गए एक प्रोजेक्ट की याद आई, जिसमें उन्होंने पेपर क्विलिंग का इस्तेमाल किया था। बस फिर क्या था, उन्होंने उसी तरीके का इस्तेमाल कर ब्रोशर तैयार किया, जो लोगों को काफी पसंद आया। तभी से उन्होंने इस तकनीक का इस्तेमाल कर अलग प्रकार के चित्र बनाने शुरू किए।

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