10 साल की खेरिस ने कुछ ऐसे दिया चिढ़ाने वालों को जवाब
दूसरे हमें चिढ़ाते हैं और हम चिढ़ जाते हैं। पर जानते हैं, 10 साल की खेरिस रोजर्स ने अपनी बहन के साथ मिलकर चिढ़ाने वालों को कैसे चुप करा दिया? नहीं, तो आओ जानते हैं
पहली फोटो पर मिले 83 हजार लाइक्स
हम जैसे हैं, अच्छे हैं। यह बात कई बार देर में समझ आती है। रंग गोरा क्यों नहीं है? कद छोटा क्यों है? मोटे क्यों हैं? ऐसी बातों पर कोई हमारा मजाक बनाता है और हम खुद को कम समझने लगते हैं। कई बार इतने दुखी हो जाते हैं कि किसी बात में मन नहीं लगता। पर लॉस एंजेलिस में रहने वाली 10 साल की खेरिस रोजर्स ने बहुत कमाल का काम किया है।
खेरिस को क्लास के बच्चे उसके काले रंग के कारण खूब चिढ़ाते थे। उसे बहुत बुरा लगता था। कई बार रोने भी लगती थी। बच्चे तंग करते थे, इसलिए वह सबसे अलग रहती। सबके सामने आने से बचती थी।
10 की उम्र में की टी-शर्ट लॉन्च
खेरिस जिस स्कूल में थी, वहां केवल पांच ऐसे बच्चे थे, जिनकी त्वचा का रंग काला था। खेरिस फर्स्ट में थी और सब उसे खूब चिढ़ाते थे। एक दिन खेरिस को बहुत बुरा लगा। हुआ यूं कि एक बार टीचर ने सब बच्चों को अपना चित्र बनाने को कहा। उन्होंने सबको भूरे रंग का क्रेयॉन दिया और खेरिस को काले रंग का। यह बात खेरिस को अच्छी नहीं लगी।
बड़ी बहन ने दिया साथ
खेरिस की बड़ी बहन टेलर पोलार्ड को उसे दुखी देखना अच्छा नहीं लगा। वह खेरिस को अच्छा महसूस कराना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर उसका अकाउंट बनाया (#flexinInHerComplexion) और उसकी कुछ फोटो भी पोस्ट कीं। ये फोटो बहुत जल्दी ही वायरल होने लगीं। कम समय में ही इस पर 83 हजार लाइक आए। खेरिस को भी ये देखकर अच्छा लगा कि उसे इतने सारे लोग पसंद करते हैं। किसी ने कहा, खेरिस बहुत सुंदर लग रही है। किसी ने लिखा उसकी स्किन बहुत अच्छी है, तो किसी ने उसके बालों की तारीफ की। अब खेरिस ने ‘फ्लैक्स इन माईकॉम्प्लेक्शन’ नाम से अपनी टीशर्ट भी लॉन्च कर दी है। समय-समय पर वह खुद भी तरह-तरह की टी-शर्ट पहनकर मॉडलिंग करते हुए फोटो पोस्ट करती है। खेरिस की बहन और मां उसका अकाउंट देखते हैं।
पांचवी क्लास में है खेरिस
खेरिस अब पांचवीं क्लास में है। उसे अब अपना काला होना परेशान नहीं करता। उसे यह भी समझ आ गया है कि यह केवल उसकी परेशानी नहीं है। सारी दुनिया में त्वचा के रंग के आधार पर लोग एक-दूसरे से घृणा करते हैं। जो सही नहीं है। अपनी टी-शर्ट कंपनी बनाने के बाद उसे लगता है कि कोई भी किसी से कम नहीं है। अब वह डार्क से डार्क टी-शर्ट पहनकर भी अच्छा महसूस करती है। खेरिस कहती है, ये कपड़े जो भी पहनेगा, वह खुद केबारे में अच्छा महूसस करेगा। रंग काला हो या गोरा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जो भी है, बहुत सुंदर है और चेहरे के रंग की सुंदरता से कोई मतलब नहीं है।