किसी परिलोक से कम नहीं हैं धरती पर मौजूद ये 7 जगहें
फिल्मों में परीलोक की काल्पनिक दुनिया तुमने देखी होगी। तुम्हें पता है कि धरती पर स
इंद्रधनुष के रंगों से बने हैं ये पर्वत
चीन में ‘झांगिये डैंक्षिया लैंडफॉर्म जियोलॉजिकल पार्क’ यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल हैं। यहां के पर्वत लाखों वर्षों तक लाल पत्थरों पर खनिजों की परत जमा होने से इंद्रधनुषीय रंग के हो गए हैं।
परीलोक सी लगती है लूपिंग काउंटी
चीन में समुद्र, पहाड़ और झीलों के बीच फैले लूपिंग काउंटी के कनोला के बागान किसी परीलोक से कम नहीं हैं। वसंत आने पर कनोला के फूलों से यहां का वातावरण बहुत मनमोहक हो जाता है, जो जून तक गुलजार रहता है।
जादू नगरी सा दिखता है यह किला
जर्मनी का ‘नॉयश्वानस्टाइन कैसल’ परीलोक के महल जैसा लगता है। इसे बावेरिया के राजा ने लोगों से दूर एकांत में रहने के लिए बनवाया था। डिज्नी की फिल्म ‘स्लीपिंग ब्यूटी’ का रॉयल पैलेस इसी की नकल पर बना था।
रामायण केव में होता है दूसरी दुनिया का एहसास
मलेशिया की ‘बातू केव्स’ में कई हैरतअंगेज मंदिर हैं, जिन्हें देखकर दूसरी दुनिया का एहसास होता है। इनमें रामायण केव बहुत आकर्षक है, जिसमें मायावी कुंभकरण की विशाल मूर्ति है।
फैंटेसी फिल्मों का थीम है यह जंगल
चीन का ‘झांगजियाजी नेशनल फॉरेस्ट’ फैंटेसी फिल्मों के लिए बिल्कुल सही बैठता है। ‘अवतार’ और ‘कुंग फू पांडा’ में ऐसे ही जंगलों को दिखाया गया है।
लिटिल वेनिस है कोलमर्स
फ्रांस का कोलमर्स एक ऐसा शहर है, जिसे ‘लिटिल वेनिस’ कहा जाता है। किसी चित्रकार की कल्पना की तरह सुंदर यह शहर वॉसगेस पहाड़ के पूर्व में स्थित है और राइन नदी से जुड़ा है, जहां से यहां तक कई नहरें निकलकर आती हैं।
सितारों की तरह झिलमिलाता है समुद्र का पानी
मालदीव के कुरेडु द्वीप पर ‘द स्टारलाइट सी बीच’ में समुद्र का पानी नीले झिलमिलाते सितारों की तरह चमकता है। ऐसा पानी के अंदर चमकने वाले छोटे-छोटे कीटों के कारण होता है। फिल्म सीरीज ‘पायरेट्स ऑफ द कैरेबियन’ में ऐसा ही नजारा दिखाया गया था।