जौहर विवि में फँसा नया पेंच, भवन निर्माण अधूरा
चुनावी सरगर्मी केोीच मुहम्मद आी जौहर विश्वविद्यााय का मामाा फिर गरमा गया है। रामपुर के डीएम ने शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्वविद्यााय अभी निर्माणाधीन है। डीएम की रिपोर्ट पर आ राज्य...
चुनावी सरगर्मी केोीच मुहम्मद आी जौहर विश्वविद्यााय का मामाा फिर गरमा गया है। रामपुर के डीएम ने शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्वविद्यााय अभी निर्माणाधीन है। डीएम की रिपोर्ट पर आ राज्य सरकार को फैसाा करना है कि सपा के नाराज नेता आजम खाँ के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ जौहर विश्वविद्यााय को शुरू करने की क्षाजत दी जाए या नहीं।ड्ढr जौहर विश्वविद्यााय पश्चिम यूपी में चुनावी मुद्दाोन गया है। शनिवार को रामपुर की एक चुनावी सभा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जौहर विश्वविद्यााय केोिए हर संभव मदद देने का वादा किया था। जाकि राज्य सरकार ने इस मामो में पहा करते हुए पिछो महीने ही रामपुर के जिााधिकारी से जौहर विवि प्रकरण में दोोिन्दुओं की जाँच करने को कहा था। डीएम ने इनोिन्दुओं पर एडीएम से जाँच करा कर 7 मई 200ो अपनी विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेज दी है।ड्ढr रामपुर के डीएम कार्यााय के सूत्रों के मुताािक रिपोर्ट में प्रत्येक भूखण्ड परोने भवनों का योरा है। रिपोर्ट मेंोताया गया है कि करीा 2412वर्ग मीटर अभी निर्माणाधीन है। जाकि जौहर विवि एक्ट में दर्ज स्थापना सांंधी शर्तो के अनुसार विश्वविद्यााय के पास तीस साा या उससे अधिक वर्षो केोिए न्यूनतम 50 एकड़ भूमि होना अनिवार्य है और इसमें कम से कम 24000 वर्ग मीटर में भवन निर्माण होना जरूरी है। यही नहीं इसमें से निर्मित भवनों का उपयोग कम से कम 50 फीसदी शैक्षिक और प्रशासनिक प्रयोजन केोिए होना चाहिए।ड्ढr सूत्रोताते हैं कि जा तक विश्वविद्यााय एक्ट में दर्ज यह न्यूनतम शर्त पूरी नहीं करता ता तक उसे प्राधिकार पत्र जारी नहीं किया जा सकता। जौहर विश्वविद्यााय न्यूनतम 50 एकड़ भूमि की शर्त पूरी करता है ोकिन 24000 वर्ग मीटर कारपेट एरिया में भवन निर्माण की शर्त अभी अधूरी है। ऐसे में सरकार को निर्णय करना है कि विश्वविद्यााय को प्राधिकार पत्र जारी किया जाए या नहीं। ं