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राहुल गांधी की मेहनत ने रंग दिखाया

गरीबी की सच्चाई, उसकी वेदना और मर्म को जानने के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी का गांवों में जाना गरीबों की कुटिया में ठहरना और साग -रोटी खाना इस चुनाव में आम लोगांे को शायद बहुत अच्छा लगा। सम्भवत:...

 राहुल गांधी की मेहनत ने रंग दिखाया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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गरीबी की सच्चाई, उसकी वेदना और मर्म को जानने के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी का गांवों में जाना गरीबों की कुटिया में ठहरना और साग -रोटी खाना इस चुनाव में आम लोगांे को शायद बहुत अच्छा लगा। सम्भवत: इसी वजह से कांग्रेस को अपेक्षा से बहुत अधिक सफलता हासिल हुई। गांधी के इस प्रयास का कुछ राजनीतिक दलों ने उपहास भी किया था लेकिन अब वह जनादेश को कबूल कर रहे हैं। राहुल के प्रयासों से विशेषकर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में कांग्रेस मजबूत हुई और पश्चिम बंगाल में वामपंथियों के किले में सेंध लगी। प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह ने राहुल की मेहनत की सराहना करते हुए उनके लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल का दरवाजा खोल दिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेताआें ने पार्टी की इस अद्भुत सफलता के लिए गांधी की मुक्त स्वर से प्रशंसा की। इस प्रशंसा को अनायास नहीं कहा जा सकता। वास्तव में राहुल ने इस चुनाव में कांग्रेस की सफलता के लिए अपनी सारी शक्ित झोंक दी थी। हजारों किलोमीटर की यात्राआें और रोड शो के दौरान राहुल पर लाल गुलाब की पंखुडियों की बरसात दिखावटी नहीं बल्कि लोगों का कांग्रेस की आेर आशा भरी नजर से देखने का प्रतीक था जो आज मतगणना के बाद सच हो गया। राहुल गांधी के धुंआधार चुनाव प्रचार के दौरान अचानक सुरक्षा घेरे को तोड़कर आम लोगों के बीच जाने, उनको अभिवादन करने, उनकी समस्याएं सुनने, उनके आवेदनों पर कार्रवाई करने, पार्टी संगठन को मजबूत करने और सच्चाई की सार्वजनिक रुप से स्वीकारोक्ित ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह राजनीति के हर मर्म को समझने लगे हैं।ड्ढr चुनाव प्रचार के दौरान विकास कायर्ो की राशि गांव तक नहीं पहुंचने और केन्द्रीय संस्थाआें पर सरकार के प्रभाव आदि पर उनके बेबाक वक्तव्य ने उनकी परिपक्वता को दर्शाया। उनके पिता राजीव गांधी भी राजनीति में आने पर इसी तरह से अपनी राय जाहिर करते थे। इस सबके बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्पष्ट किया कि वह काफी समय से गांधी को मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात कह रहे है। प्रधानमंत्री के कथन से जाहिर है कि इस बार गांधी को अवश्य किसी महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी ताकि वह सत्ता संचालन के गूढ़ रहस्यों से भी रुबरु हो सकें। राहुल की मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से जब पत्रकारों ने यह पूछा कि अगली सरकार में गांधी की क्या भूमिका होगी तो उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला प्रधानमंत्री को लेना है। डा0 मनमोहन सिंह ने कांग्रेस की इस भारी जीत का श्रेय, पार्टी अध्यक्ष गांधी के दूरदर्शी नेतृत्व और युवा नेता राहुल गांधी के लगातार की गई कठोर मेहनत को दिया।ड्ढr पार्टी सूतों ने बताया कि चुनाव से पूर्व महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से तालमेल, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और लोक जनशक्ित पार्टी, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी तथा झारखंड में अन्य पार्टियों के साथ कांग्रेस के तालमेल को लेकर भी राहुल ने हर संभव प्रयास किए। नेताआें के अनुसार चुनाव प्रचार के दौरान वह ठीक से आराम भी नहीं कर पाते थे। जीत के बाद जब कांग्रेस मुख्यालय में जय जयकार हो रही थी,ढोल, नगाड़े बज रहे थे। पटाखे छुडाए जा रहे थे, मिठाइयां बांटी जा रही थी तब निश्चित ही कांग्रेस के युवा और वरिष्ठ नेताआें के साथ-साथ कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने वाली जनता भी पार्टी की इस सफलता पर मन ही मन मुस्कराई होगी।ड्ढr

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