मिसेज इंडिया रेणु भगत को शहर ने बैठाया सिर-आंखों पर
अपने शहर में आकर काफी खुश हूं। मिसेज इंडिया का खिताब जीतने के बाद यहां आई हूं। अपने परिजनों के बीच आकर खिताब जीतने की खुशी दुगुनी हो गई है। ऐसी प्रतियोगिताएं महिलाओं के अंदर छिपी खूबी को उभारता है।...
अपने शहर में आकर काफी खुश हूं। मिसेज इंडिया का खिताब जीतने के बाद यहां आई हूं। अपने परिजनों के बीच आकर खिताब जीतने की खुशी दुगुनी हो गई है। ऐसी प्रतियोगिताएं महिलाओं के अंदर छिपी खूबी को उभारता है। मुझे गर्व का एहसास हो रहा है। यहां मैने वर्षों गुजारे हैं। यहां मैने जन्म लिया है। एचइसी क्षेत्र में रहती हूं। यहां विवकानंद स्कूल में मैने पढ़ाई की है। अब राष्ट्रीय खिताब जीतकर यहां आने के बाद काफी खुश हूं। यह उदगार चेन्नई में मिसेज इंडिया रेणु भगत ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहीं।
मिसेज इंडिया का खिताब जीतने के बाद वह रांची आई हैं। परिजनों के बीच खिताब जीतने की खुशी बढ़ी उन्होंने कहा कि खिताब जीतने की ललक थी। यह पूरा हो गया। ऐसी प्रतियोगिताएं रॉल मॉडल तैयार करती है। इस प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश की ओर से भाग लिया था। लेकिन इसके लिए परिवार ने पूरा सहयोग दिया। मानसिक तौर पर इस प्रतियोगिता के लिए पूरी तरह से तैयार थी। इसमें 46 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनकी चुनौती का सामना किया। अपने हर प्रयास में सफल रही। अब अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रही हूं। उन्होंने कहा कि उनके पति एनके मधुकर सेना में मेजर है। ससुराल भी रांची में है। पेशे से अधिवक्ता रेणु ने कहा कि वह हाईकोर्ट और सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस भी करती हैं।
एचईसी सीएमडी से मिली मिसेज इंडिया
मिसेज इंडिया का खिताब हासिल करने के बाद रिंकू भगत शुक्रवार को रांची पहुंची। रांची पहुंचने के बाद वह एचईसी के सीएमडी अभिजीत घोष से मुलाकात की। रिंकू के माता एचईसी में कार्यरत थीं। सीएमडी अभिजीत घोष ने रिंकू को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी रिंकू सफल होंगी ऐसी संभावनाएं भी जताईं। मिसेज इंडिया प्रतियोगिता चार जुलाई को चेन्नई में हुई थी। इसमें 46 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। रिंकू ने मिसेज इंडिया का खिताब जीता।