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जीएसटी लागू होने के तीन महीने तक करा सकते हैं माइग्रेशन

जीएसटी में माइग्रेशन जरूरी है। अभी निबंधित व्यापारी जीएसटी लगने के तीन महीने तक माइग्रेशन करा सकते हैं। इसलिए वह घबराए नहीं। स्थाई निबंधन के बिना माइग्रेशन नहीं होगा। एक जुलाई को पोर्टल खोलने पर...

जीएसटी लागू होने के तीन महीने तक करा सकते हैं माइग्रेशन
वरीय संवाददाता,रांचीSat, 24 Jun 2017 11:19 AM
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जीएसटी में माइग्रेशन जरूरी है। अभी निबंधित व्यापारी जीएसटी लगने के तीन महीने तक माइग्रेशन करा सकते हैं। इसलिए वह घबराए नहीं। स्थाई निबंधन के बिना माइग्रेशन नहीं होगा। एक जुलाई को पोर्टल खोलने पर औपबंधिक निबंधन मिलेगा। इसकी वैधता तीन महीने होगी। इसकी गणना एक जुलाई से की जाएगी। स्थाई निबंधन मिलने पर औपबंधिक स्वत: खत्म हो जाएगा। तीन महीने में स्थाई निबंधन लेना है। उसके बाद नहीं मिलेगा। निबंधन प्रमाण पत्र लेने के लिए विभागीय कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं है। यह बातें 23 जून को वाणिज्यकर विभाग के रिटायर अपर आयुक्त सुरेश सेराफिम ने कहीं। वह चैंबर भवन में जीएसटी पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।

जानने-समझने की जरूरत
उन्होंने कहा कि जीएसटी के नाम पर घबराने की जरूरत नहीं है। सभी व्यवस्था देखरेख कर की गई है। लेन-देन सरल होगा। जानने और समझने की जरूरत है। अभी दिक्कत है, क्योंकि इसे ठीक से सभी समझ नहीं पाए हैं। जीएसटी से व्यापारियों को सुविधा मिलेगी। वैट के लगने पर भी कई भ्रांतियां फैली थीं।

कई तरह की व्यवस्था
सेराफिम ने बताया कि अब तक केंद्र और राज्य सरकार अलग-अलग टैक्स वसूल रही थी। जीएसटी में भी कई तरह की व्यवस्था है। यह एसजीएसटी, सीजीएसटी, आईजीएसटी है। वर्तमान वैट एसजीएसटी में जाएगा। सीएसटी एक्ट एक जुलाई से खत्म हो जाएगा। गुड्स की परिभाषा को बदला जा रहा है। सेल-पर्चेज जीएसटी में सिर्फ सप्लाई होकर रह जाएगा। सप्लाई के समय ही टैक्स लग जाएगा।

त्रुटि रह जाने पर जुर्माना नहीं
झारखंड चैंबर की वाणिज्यकर उपसमिति के चेयरमैन दीनदयाल वर्णवाल ने बताया कि जीएसटी में भूलवश त्रुटि रह जाने पर जुर्माने का फिलहाल प्रावधान नहीं है। कार्यशाला में प्रिजर्व कंसलटेंसी के सदस्यों ने मोबाइल एप के जरिए जीएसटी के काम करने संबंधी प्रस्तुति दी। उपस्थिति व्यापारियों ने सवाल पूछे। उसका जवाब अफसरों ने दिया। मौके पर चैंबर अध्यक्ष विनय अग्रवाल, महासचिव रंजीत गाड़ोदिया, आनंद जालान, शंभू प्रसाद गुप्ता, किशन अग्रवाल, रवि भट्ट आदि मौजूद थे।

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