ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड रांचीदेहाती क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शहर में भरमार : मंत्री

देहाती क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शहर में भरमार : मंत्री

शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने मंगलवार को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की समीक्षा की। उन्होंने स्कूली शिक्षा सचिव आराधना पटनायक से कहा कि देहाती क्षेत्र के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है और शहर...

देहाती क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शहर में भरमार : मंत्री
हिन्दुस्तान टीम,रांचीWed, 26 Jul 2017 02:07 AM
ऐप पर पढ़ें

शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने मंगलवार को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की समीक्षा की। उन्होंने स्कूली शिक्षा सचिव आराधना पटनायक से कहा कि देहाती क्षेत्र के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है और शहर के स्कूलों में जरूरत से ज्यादा शिक्षक पदस्थापित किए गए हैं। इसे तर्कसम्मत करने की जरूरत है। शहर के स्कूलों में छात्र संख्या के हिसाब से अधिक शिक्षकों को गांव के स्कूलों में पदस्थापित करें। जुलाई के आखिरी तक इसे ठीक कर लिया जाए। मौके पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार, ओएसडी जेईपीसी मुकेश कुमार सिन्हा, अभियंता रतन श्रीवास्तव और एपीओ स्वप्निल कुजूर उपस्थित थे। पढ़ाई के लिए स्कूलों में घंटी निर्धारित होमंत्री ने सचिव से कहा कि पढ़ाई के लिए घंटी निर्धारित हो। स्कूलों में हरके शिक्षक कितनी घंटी और कौन-कौन विषय पढ़ाते हैं। इस पर निगरानी रखना जरूरी है। इसे स्कूल के रूटीन में अंकित किया जाना चाहिए। विषय के साथ शिक्षक का नाम भी होना चाहिए। शिक्षा की गुणवत्ता को कायम रखने के लिए यह जरूरी है। सभी कस्तूरबा स्कूल में हॉस्टल बनाने का निर्णयबैठक में कहा गया कि रामसा के तहत 100 करोड़ के करीब का बजट होता है। इससे कस्तुरबा बालिका विद्यालय में पढ़ाई कर रही बच्चियों के रहने के लिए हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। सभी स्कूलों में 150-200 छात्राओं के रहने लायक हॉस्टल बनाए जाएंगे। वहीं मवि से उवि में उत्क्रमित स्कूलों के लिए 8 कमरे, लैब और लाईब्रेरी के साथ-साथ ऑफिस का भी निर्माण किया जाना है। इसके अलावा सभी स्कूलों को ग्रांट दिया जाता है। स्कूलों को छोटे-मोटे रिपेयरिंग के लिए 25 हजार, पुस्तकालय के लिए 10 हजार, प्रयोगशाला के लिए 25 हजार और पानी-बिजली के लिए 15 हजार रुपए दिए जाते हैं। इसके अलावा हाई स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष और लाईब्रेरी का भी निर्माण किया जा रहा है। इसकी जिम्मेवारी विद्यालय प्रबंधन विकास समिति को दी गयी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें