मानसून सत्र की तिथि बदली गई, सत्र सात अगस्त से
विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख बदल गई है। 11 जुलाई की जगह अब सात अगस्त से मानसून सत्र होगा। राज्यपाल की अनुमति के बाद सत्र की नई तारीखों के साथ कार्यक्रम की अधिसूचना जारी कर दी गई है। नई तारीख के...
विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख बदल गई है। 11 जुलाई की जगह अब सात अगस्त से मानसून सत्र होगा। राज्यपाल की अनुमति के बाद सत्र की नई तारीखों के साथ कार्यक्रम की अधिसूचना जारी कर दी गई है। नई तारीख के आलोक में विधायकों की ओर से पहले डाले गए सवाल निरस्त हो गए।
विधायकों ने 11 जुलाई से मानसून सत्र के कार्यक्रम के अनुसार तारांकित प्रश्न डालना शुरू किया था। सदन शुरू होने या प्रश्न रखने की तारीख के पंद्रह दिन पहले तारांकित सवाल देने पड़ते हैं, लेकिन इस बीच सरकार ने मानसून सत्र का कार्यक्रम बदल दिया। विधायकों ने अलग-अलग वर्गों के लिए प्रश्न डाले थे। उन विधायकों को अब नए सिरे से सवाल बनाने होंगे और नए कार्यक्रम के मुताबिक सवाल डालने होंगे। कई सदस्यों ने अल्प सूचित सवाल भी तैयार कर डालने शुरू कर दिए थे। विधायकों को सत्र के आखिरी दिन गैर-सरकारी संकल्प रखना पड़ता है। इसके लिए सभी सदस्यों पहले ही यह विधानसभा सचिवालय को भेजना पड़ता है।
सरकार हर सदस्य के गैर-सरकारी संकल्प को गंभीरता से लेती है। इसका जवाब सदन में ही संबंधित विभाग के मंत्री को देना पड़ता है। इसे टाला नहीं जा सकता है। अब पहले के डाले गए गैर सरकारी संकल्प भी निरस्त हो चुके हैं। सभा सचिवालय अब नए सिरे से मानसून सत्र के सभी कार्यक्रमों को संचालित करने की तैयारी में जुट गया है। सत्र सात अगस्त से 11 अगस्त तक चलेगा।