प्रदर्शनकारियों के आते ही हरकत में आया रेल प्रशासन
मिथिलांचल की ट्रेन रांची-जयनगर को रांची से पुन: चलाने की मांग को लेकर शनिवार को स्टेशन पर आंदोलन करते ही रेल प्रशासन हरकत में आ गया। आरपीएफ को प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए तैनात कर दिया गया।...
मिथिलांचल की ट्रेन रांची-जयनगर को रांची से पुन: चलाने की मांग को लेकर शनिवार को स्टेशन पर आंदोलन करते ही रेल प्रशासन हरकत में आ गया। आरपीएफ को प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए तैनात कर दिया गया। इसमें महिला प्रदर्शनकारी होने से महिला बल को भी तैनात किया गया। धनबाद-चंद्रपुरा लाइन के बंद होने से रद हुई रांची जयनगर ट्रेन को डायवर्ट रूट से चलाने के लिए झारखंड मिथिला मंच ने स्टेशन पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों का जत्था दिन के 11 बजे स्टेशन पर पहुंचा। लेकिन पहले से तैनात आरपीएफ और जीआरपी ने प्रदर्शनकारियों को स्टेशन के बाहर मुख्य द्वार पर ही रोक लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी वहीं धरना पर बैठ गए। मिथिला मंच की ओर अध्यक्ष विनय कुमार खां, बीजेपी महानगर अध्यक्ष मनोज मिश्र, महासचिव संतोष मिश्र, अमरनाथ झा, पार्षद अरुण झा, कांग्रेस नेता आलोक दुबे, शैल झा, आशा झा, रानी चौधरी, निशा झा, मुन्नी यादव, पवन झा समेत कई महिला-पुरुष शामिल थे। इस मौके पर झारखंड मैथिली मंच का एक प्रतिनिधिमंडल भी रेलवे बोर्ड के प्रतिनिधि डा अशोक त्रिपाठी से रांची जयनगर ट्रेन को चालू करने के लिए आए थे। इसमें महासचिव जयंत झा, प्रेमचंद झा, पार्षद अरुण झा और ब्रजकिशोर झा शामिल है।जानकी प्रकोष्ठ की महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिलइसमें मिथिला जानकी प्रकोष्ठ की महिलाएं भी शामिल थीं। शैल झा इसका नेतृत्व कर रही थी। उन्होंने कहा कि रांची से जानेवाली तीन ट्रेनों के बंद होने के कारण मिथिलांचल से रांची तक का आवागमन ठप है। रांची जयनगर एक्सप्रेस मिथिलांचल के सफर के लिए एकमात्र ट्रेन है। जबकि दरभंगा-सिकंदराबाद और हैदराबाद रक्सौल भी रांची होकर जाती है। यह दोनों ट्रेन भी चंद्रपुरा-धनबाद लाइन बंद होने के बाद से अनिश्चित काल के लिए रद कर दिया गया।