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प्रदेश में बिजली से हादसे होंगे कम, लगातार होगी सुरक्षा की ऑडिट

प्रदेश में बिजली से होने वाले हादसे अब कम होंगे। राज्य में बिजली लाइनों और उपकरणों की लगातार सुरक्षा ऑडिट होगी। बिजली से कोई हादसा होने पर 24  घंटे के अंदर उसके कारण की रिपोर्ट दी जाएगी। ऊर्जा...

प्रदेश में बिजली से हादसे होंगे कम, लगातार होगी सुरक्षा की ऑडिट
हिन्दुस्तान ब्यूरो,रांचीFri, 21 Jul 2017 01:02 AM
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प्रदेश में बिजली से होने वाले हादसे अब कम होंगे। राज्य में बिजली लाइनों और उपकरणों की लगातार सुरक्षा ऑडिट होगी। बिजली से कोई हादसा होने पर 24  घंटे के अंदर उसके कारण की रिपोर्ट दी जाएगी। ऊर्जा विभाग ने इसके लिए प्रदेश के पांचों प्रमंडलों में एक-एक विद्युत निरीक्षणालयों की स्थापना करने का प्रस्ताव का तैयार किया है।
प्रदेश के हर प्रमंडल में स्थापित होने वाले विद्युत निरीक्षणालयों में एक विद्युत निरीक्षक और तीन सहायक विद्युत निरीक्षकों के पद होंगे। हर विद्युत निरीक्षणालय में विद्युत निरीक्षकों समेत लगभग दर्जन भर कर्मचारी होंगे। ऊर्जा विभाग की ओर से यह प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार के पास भेजा गया है। सरकार के अनुमोदन के बाद प्रदेश में पांचों निरीक्षणालयों की स्थापना का रास्ता साफ हो जाएगा।
लगातार होगी निगरानी
विद्युत निरीक्षणालयों की जिम्मेवारी बिजली लाइनों के साथ-साथ सरकारी और निजी बिजली उपकरणों की सेफ्टी ऑडिट की होगी। इनकी टीम यह देखेगी कि बिजली के सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन किया जा रहा है या नहीं। इसके अलावा बिजली सुरक्षा उपकरणों को तय नियमों के तहत रखा जा रहा है या नहीं। इसमें यह भी देखा जाएगा कि बिजली उपकरणों के साथ प्रॉपर अर्थिंग की व्यवस्था की गई है कि नहीं।
मुआवजा मिलने में होगी आसानी
प्रदेश के पांचों प्रमंडलों में विद्युत निरीक्षणालयों की स्थापना से बिजली हादसे के शिकार लोगों के परिजनों को मुआवजा मिलने में आसानी होगी। 12 घंटे के अंदर विद्युत निरीक्षक जांच रिपोर्ट दे सकेंगे। इससे हादसों की गंभीरता का पता आसानी से लगाया जा सकेगा। साथ ही हादसे के दोषियों को भी आसानी से चिह्नित किया जा सकेगा।
पिछले साल हुए 64 हादसे
2016 में प्रदेश में 64 हादसे बिजली से हुए। ये संख्या उनकी है, जिन्हें राज्य सरकार ने मुआवजा दिया है। इसके अलावा बड़ी संख्या ऐसे हादसों की भी है, जिनकी जांच नहीं हो पाई या रिपोर्ट विद्युत निरीक्षणालय तक नहीं पहुंच पाई।

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